*(29 मार्च 2024) का पंचांग*-
*मास-* चैत्र मास।
*पक्ष*- कृष्ण पक्ष।
*तिथि*- चतुर्थी (सायं 05:48 तक, तत्पश्चात् पंचमी)।
*नक्षत्र*- विशाखा (सायं 06:13 तक तत्पश्चात् अनुराधा)।
*राहूकाल*- सुबह 10:33 से दोपहर 12:06 तक। (इस काल में कोई भी शुभ कार्य का आरंभ नहीं किया जाता है)
*अग्नि वास*- पाताल में (हवन करना अशुभ कारक है)।
*होमाहुति*- मंगल।
*योग*- वज्र (रात्रि 08:55 बजे तक, तत्पश्चात् सिद्धि)।
*श्रीसंवत्*- 2080
*संवत्सर*- पिंगल।
*दिशाशूल*- पश्चिम में (यात्रा जरूरी हो तो दही खाकर जाएं)
*वार-* शुक्रवार।
*अयन-* उत्तरायण।
*अभिजित शुभ मुहूर्त*- सुबह 11:41 से दोपहर 12:31 तक।
शुक्र पूरब में हैं।
*अमृत काल*- सुबह 11:05 से दोपहर 12:49 तक।
*पंचक*- …………………..।
*भद्रा*- …………………..।
*सर्वार्थसिद्धि योग*- सायं 06:13 से सुबह 05:53 तक।
*मूल(सत्तइसा*- …………।
*राहूवास*- दक्षिण-पूरब में।
*चंद्रवास*- पश्चिम में।
*सूर्योदय*- सुबह 05:54 पर।
*सूर्यास्त*- सायं 06:12 पर होगा।
*शिववास*- कैलाश पर (सुखप्रद)।
*व्रत एवं त्योहार*- ………..।
*(आचार्य पंकज कृष्ण शास्त्री जी*)
*भागवत कथा प्रवक्ता*
*अयोध्या धाम*
9792366298/6391222903