*मास-* वैशाख मास।
*पक्ष*- कृष्ण पक्ष।
*तिथि*- षष्ठी (देररात्रि 04:36 तक तत्पश्चात् सप्तमी)।
*नक्षत्र*- पूर्वाषाढ़ा (देररात्रि 02:25 तक तत्पश्चात् उत्तराषाढ़ा)।
*राहूकाल*- सुबह 07:03 से सुबह 08:42 तक। (इस काल में कोई भी शुभ कार्य का आरंभ नहीं किया जाता है)
*अग्नि वास*- पृथ्वी पर (हवन करना शुभ कारक है)।
*होमाहुति*- गुरु।
*योग*- सिद्धि (रात 10:20 बजे तक, तत्पश्चात् साध्य)।
*श्रीसंवत्*- 2081
*संवत्सर*- कालयुक्त।
*दिशाशूल*- पूरब में (यात्रा जरूरी हो तो शीशा देखकर जाएं)
*वार-* सोमवार।
*अयन-* उत्तरायण।
*अभिजित शुभ मुहूर्त*- सुबह 11:32 से दोपहर 12:25 तक।
शुक्र पूरब में हैं। और 01 मई को पूरब में अस्त हो जाएंगे।
*अमृत काल*- रात्रि 11:56 से देररात्रि 01:31 तक।
*पंचक*- ………………..।
*भद्रा*- ………………….।
*सर्वार्थसिद्धि योग*- ………..।
*मूल(सत्तइसा*- …………….।
*राहूवास*- उत्तर-पश्चिम में।
*चंद्रवास*- पूरब में।
*सूर्योदय*- सुबह 05:25 पर।
*सूर्यास्त*- सायं 06:26 पर होगा।
*शिववास*- भोजन में (पीड़ा)।
*व्रत एवं त्योहार*- …………..।
*(आचार्य पंकज कृष्ण शास्त्री जी*)
*भागवत कथा प्रवक्ता*
*अयोध्या धाम*
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6391222903