लोकसभा चुनाव में सिर चढ़कर बोलेंगे जनहित के मुद्दे
केंद्र और प्रदेश में भाजपा की सरकार, फिर भी हासिए पर रह गईं जिले की कई अहम समस्याएं
राजमंगल सिंह गोंडा
गोंडा वर्ष 2014 में केंद्र की सत्ता संभालने के बाद भाजपा सरकार ने जिले में कई विकास योजनाओं को पूरा कराने का वादा किया था। इन लोगों को उम्मीद थी कि नई सरकार अपने वादे पर अमल करेगी और जिले की प्रमुख समस्याओं का समाधान होगा। चुनाव जीतने के बाद जिले के सांसद कीर्तिवर्धन सिंह उर्फ राजा भैया ने भी समस्याओं को सुलझाने का भरोसा दिया था। इसी बीच वर्ष 2017 में प्रदेश की कमान भी भाजपा के हाथ पहुंच गयी तो लोगों की उम्मीदें और बलवती हो गयीं। पिछले 10 साल से केंद्र और 7 साल से प्रदेश में भाजपा की सरकार है। कीर्तिवर्धन भी पिछले दो चुनावों में भारी अंतर से जीत हासिल कर चुके हैं और इस दफा तीसरी बार पार्टी के टिकट पर चुनाव मैदान में हैं लेकिन जिले की प्रमुख समस्याएं जस की तस हैं। इन्हें सुलझाने के लिए कोई ठोस पहल नहीं की गयी है। इस बार के लोकसभा चुनाव में जनहित के यह मुद्दे लोगों के सिर चढ़कर बोलेंगे और जनप्रतिनिधियों को इसका जवाब देना होगा।
मुद्दा -एक
शहर के भीतर सीवर लाइन का निर्माण
आज का उजाला: शहर में सीवर लाइन न होना प्रमुख समस्या है। जल निकासी की समस्या से निजात के लिए वर्ष 2012 में तत्कालीन जिलाधिकारी डा रोशन जैकब ने शहर में सीवर लाइन निर्माण का प्लान तैयार किया था। इस सीवर लाइन को बहराइच रोड से गुरु नानक चौराहा होते हुए मेवातियान से कटहा घाट तक जोड़ा जाना था। लेकिन उनके तबादले के बाद यही प्लान ठंढे बस्ते में चला गया। इसके बाद कई बार स्थानीय लोगों ने जनप्रिनिधियों से सीवर लाइन का निर्माण कराकर इस मुद्दे को सुलझाने की मांग उठाई लेकिन हर बार वादा करने के बाद जन प्रतिनिधि इसे भूल गए।सीवर साइन न होने से हर साल बरसात में शहर जलमग्न हो जाता है। पिछले वर्ष बरसात में पूरा शहर तालाब बन गया था। शहर के गली मोहल्ले से लेकर प्रमुख सड़कें तक जलमग्न हो गयी थी। इस बार के चुनाव में सीवर लाइन निर्माण का मुद्दा मतदाताओं की जबान पर है।
मुद्दा- दो
राज्य विश्वविद्यालय का निर्माण
आज का उजाला: प्रदेश की योगी सरकार ने वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में जिले के राज्य विश्वविद्यालय की सौगात दी थी। विश्वविद्यालय निर्माण के लिए परसपुर ब्लाक के डोमाकल्पी गांव में प्रशासन ने जमीन भी चिन्हित कर ली थी और वर्श 2023 में तत्कालीन जिलाधिकारी उज्जवल कुमार ने विश्वविद्यालय निर्माण के लिए भूमि पूजन भी कर दिया था लेकिन ऐन वक्त पर यह राज्य विश्वविद्यालय यहां से खिसक कर बलरामपुर चला गया।विश्वविद्यालय जिले में बने इसके लिये छात्रों, युवाओं और सामाजिक संगठनों ने सड़क पर उतरकर आंदोलन तक किया लेकिन जन प्रतिनिधि इस मुद्दे पर चुप्पी साधे रहे।
मुद्दा-तीन
ट्रैफिक जाम की समस्या से निजात के लिये रिंग रोड का निर्माण
शहर को जाम की समस्या से मुक्ति दिलाने के लिए सपा सरकार में मंत्री रहे करनैलगंज विधायक योगेश प्रताप सिंह ने शहर के बाहर से रिंग रोड निर्माण का प्रस्ताव तैयार किया था। 2017 में सरकार बदली तो भाजपा के टिकट पर चुने गए जन प्रतिनिधियों ने भी इस पर सहमति जताई लेकिन यह सहमति जमीन पर नहीं उतर सकी। रिंग रोड निर्माण का प्रस्ताव पिछले 8 साल से ठंढे बस्ती में है और इस दिशा में कोई ठोस प्रयास नहीं किया जा सका है। जबकि शहर में जाम की समस्या प्रतिदिन बढ़ रही है।
मुद्दा- चार
सुभागपुर रेलवे क्रॉसिंग पर ओवरब्रिज का निर्माण
आज का उजाला: गोंडा बलरामपुर मार्ग पर स्थित सुभागपुर रेलवे क्रॉसिंग पर लगने वाला जाम भी जिसे की बड़ी समस्या है। क्रॉसिंग के बगल ही सुभागपुर रेलवे स्टेशन और रेलवे का माल गोदाम है। इससे प्रतिदिन यहां बड़ी संख्या में मालगाडियों का आवागमन रहता है। रेलवे गेट बंद हो जाने पर गेट के दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लग जाती है।आगे निकलने की होड़ में कई दफा तो वाहन चालकों के बीच मारपीट तक हो जाती है। इस गेट पर ओवर ब्रिज निर्माण की मांग काफी समय ये हे रही है लेकिन अब तक इसका कोई ठोस समाधान नहीं हो सका है। स्थानीय लोगों का कहना है कि जाम की समस्या से निजात के लिए ओवरब्रिज निर्माण आवश्यक है।
मुद्दा पांच
कुंदुरखी चीनी मिल के गन्ना किसानों का बकाया भुगतान
बजाज कुंदुरखी चीनी मिल में किसानों के बकाया गन्ना मूल्य का भुगतान न होना चुनाव का प्रमुख मुद्दा है। तमाम धरना प्रदर्शन करने के बनी बावजूद चीनी मिल किसानों को समय पर भुगतान नहीं कर रही है। हालांकि इस वर्ष सरकार की सख्ती के बाद चीनी मिल ने पिछले सत्र का बकाया भुगतान किया है लेकिन अभी भी चीनी पर किसानों का 2 अरब 35 करोड़ रुपये गन्ना मूल्य बाकी है। गन्ने के बकाया मूल्य भुगतान को लेकर भी सार्थक प्रयास न होने से किसानों में नाराजगी है।
फैक्ट फाइल
लोकसभा सीट- गोंडा
विधानसभा क्षेत्र-पांच
कुल मतदाता- 1838295
महिला – 852422
पुरुष- 985846
अन्य- 75
इनसेट
गोंडा लोकसभा सीट पर विधानसभा वार मतदाताओं की संख्या: