बस्ती जिले में न्याय पाने के लिए पीड़ित ने कहीं सुनवाई ना होने पर सड़क पर बैठकर बताया अपना दर्द कहा कि
बाहरी लेखपाल द्वारा बंजर जमीन पर कब्जा कराए जाने के खिलाफ युवक बैठे धरने पर पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सामने प्रशासन से लगाई गुहार
बता दें कि जमीनों की देखरेख और पैमाइश के लिए जिन लेखपालों को सरकार ने तैनात कर रखा है अगर वही लेखपाल मिलीभगत करने लगे तो विवादों का अंत कभी नहीं हो सकता है आज इसी को लेकर एक सनसनीखेज मामला सामने आया है जिसमें संत कबीर नगर के लेखपाल ने कोतवाली थाना इलाके के सोनू पार में बंजर जमीन पर कब्जा करके दोहर जनों को बसा दिया इन तस्वीरों में आप देख सकते हैं कि पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सामने धरने पर बैठे इस युवक ने सोनू पार गांव के बंजर जमीन पर अवैध कब्जे के खिलाफ आवाज उठा रहा है युवक का कहना है इनके घर के सामने की बंजर जमीन पर दोहर जनों को जबरन कब्जा करके संत कबीर नगर जनपद में तैनात लेखपाल द्वारा बसा दिया गया है इसकी शिकायत मुख्यमंत्री से लगाए जिला प्रशासन तक की जा चुकी है बावजूद इसके लगभग 5 सालों से इस पर कोई कार्यवाही नहीं हो रही है जबकि खलिहान की जमीन पर भी उपरोक्त लेखपाल द्वारा कब्जा भी कराया गया है आज होकर आज उसने पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सामने धरना देने की कोशिश की है मामला सामने आते ही पुलिस अधीक्षक कार्यालय में तैनात पुलिसकर्मियों द्वारा उसे समझाने का प्रयास किया गया और उसकी समस्याओं को सुलझाने के लिए संबंधित अफसरों को भी अवगत कराने की बात कही गई तब जाकर युवक ने उन पर भरोसा किया
बाइट=धरने पर बैठे पीड़ित