सातों सीट भाजपा की झोली में डालने वाले गोंडा को मिली निराशा
2017 में देवीपाटन मंडल में तीन मंत्री थे
इस बार पूरे मंडल से एक भी विधायक को नहीं बनाया मंत्री
उत्तर प्रदेश के इकाना स्टेडियम में योगी 0-2 सरकार का गठन हो गया। 2024 को देखते हुए जिस तरह से जाति व क्षेत्रों को साधने के लिए मंत्रियों की सूची तैयार की गई है उसमें पूरे देवीपाटन मंडल के लोगों को निराश किया गया है। खासकर गोंडा में सात विधानसभा सीटों पर यहां की जनता ने भाजपा को प्रचंड जीत दिलाई लेकिन भाजपा संगठन की ओर से कार्यकर्ताओं को निराश किया गया।
जातीय समीकरण के लिहाज से अनुसूचित जाति के वरिष्ठ विधायक रमापति शास्त्री को इस बार मंत्रिमंडल में जगह नहीं दी गई है। 2017 में उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाया गया था। बहराइच जिले के कैसरगंज से बैकवर्ड के कद्दावर नेता मुकुट विहार वर्मा के बेटे इस बार चुनाव हार गए थे। बलरामपुर सदर से अनुसूचित जाति के पल्टूराम को चुनाव से कुछ माह पहले राज्यमंत्री बनाया गया था। इस बार वह जीत गये और मंत्रिमंडल में जगह मिलना तय माना जा रहा था। रमापति के मंत्री न बनाए जाने के कारण पल्टूराम की कुर्सी और पक्का माना जा रहा था लेकिन तवज्जो नहीं दी गई। देवीपाटन मंडल में मुकुट विहार के बाद कुर्मी विरादरी के बड़े नेता के रूप में गौरा विधानसभा से दूसरी बार चुन कर आए प्रभात कुमार वर्मा को भी मंत्रिमंडल में जगह नहीं दी गई।