करनैलगंज(गोंडा)। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना प्रमुख राज ठाकरे के अयोध्या के प्रस्तावित दौरे से पहले अवध क्षेत्र की सियासत गर्म हो गई है। कैसरगंज से भाजपा सांसद व भारतीय कुश्ती संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने राज ठाकरे को अयोध्या की सीमा में नहीं घुसने देने की चुनौती दे दी है। बीजेपी सांसद ने कहा है कि महाराष्ट्र में उत्तर भारतीयों का अपमान करने वाले उन्हे अपराधी कहने वाले राज ठाकरे को लखनऊ एअरपोर्ट से आगे नहीं जाने देंगे। राज ठाकरे को अयोध्या आना है तो पहले उन्हें उत्तर भारतीय समाज से माफी मांगनी होगी। इसके बाद ही उन्हें रामलला का दर्शन करने दिया जायेगा। मनसे प्रमुख के अयोध्या दौरे से पहले गोंडा व अयोध्या समेत आसपास के कई जिलों में राज ठाकरे वापस जाओ के पोस्टर लगाए गए हैं। बीजेपी सांसद ने राज ठाकरे के आगमन को रोकने के लिए योजना बैठक शुरू कर दी है। करनैलगंज के ग्राम बसेरिया में अयोजित योजना बैठक में सांसद ने लोगों को राज ठाकरे को अयोध्या की सीमा के बाहर रोकने की शपथ दिलाई। सांसद ने राज ठाकरे की तुलना कालनेमि राक्षस से करते हुए कहा कि कुछ दिन पहले तक मोदी योगी के खिलाफ बयानबाजी करने वाले का ह्रदय परिवर्तन हो गया है और वह वेष बदलकर कालनेमि बनकर रामलला का दर्शन करने आ रहा है। उसे रोकने के लिए पूरा उत्तर भारतीय समाज तैयार है। अयोध्या आना है तो राज ठाकरे को पहले उत्तर भारतीय समाज से माफी मांगनी होगी। 5 जून को अयोध्या में रामलला का दर्शन करने के लिए मनसे प्रमुख राज ठाकरे आने वाले हैं और इससे पहले बीजेपी सांसद के इस बयान ने राजनीतिक सरगर्मियां तेज कर दी हैं। कैसरगंज से भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने एक के बाद एक कई ट्वीट करते हुए राज ठाकरे पर हमला किया और उत्तर भारतीयों को अपमानित करने का आरोप लगाते हुए राज ठाकरे के लिए संदेश दिया था कि वह उत्तर भारतीयों से माफी मांगे। सांसद ने अपने ट्वीट में लिखा था कि उत्तर भारतीयों को अपमानित करने वाले राज ठाकरे को अयोध्या की सीमा में नहीं घुसने दूंगा। अयोध्या आने से पहले सभी उत्तर भारतीयों से हाथ जोड़कर राज ठाकरे को माफी मांगने होगी। बृजभूषण शरण सिंह अपने दूसरे ट्वीट में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी आग्रह किया था कि “जब तक राज ठाकरे उत्तर भारतीयों से माफी नहीं मांग लेते मेरा आग्रह है तब तक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को राज ठाकरे नही मिलना चाहिए। बीजेपी ने राम मंदिर आंदोलन मामले में भी मनसे प्रमुख राज ठाकरे व ठाकरे परिवार पर सवाल उठाया था और कहा था कि राम मंदिर आंदोलन से लेकर मंदिर के निर्माण तक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ व विश्व हिंदू परिषद और आमजन की ही भूमिका रही है। इस आंदोलन से राज ठाकरे व ठाकरे परिवार कोई नाता नहीं है। बीजेपी सांसद ने राज ठाकरे की अयोध्या में एंट्री रोकने के लिए योजना बैठक शुरू कर दी है। सांसद का कहना है कि गोंडा के अलावा भी वह अयोध्या, बस्ती, अंबेडकरनगर समेत आसपास के जिलों में बैठक करेंगे और लोगों को एकजुट करेंगे। करनैलगंज में आयोजित योजना बैठक में भारी संख्या में उपस्थित लोगों की भीड़ को बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने शपथ दिलाई की हम श्रीराम के वंशज हैं। हम अपना अपमान मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम अपमान मानते हैं। हम सौगंध राम की खाते हैं कि महाराष्ट्र में उत्तर भारतीयों को अपमानित करने वाले राज ठाकरे जब तक आप हाथ जोड़कर माफी नहीं मांगते। लाखों की संख्या में 5 जून को सड़क पर उतर कर राज ठाकरे को अयोध्या की सीमा में घुसने नहीं देंगे। योजना बैठक में उपस्थित लोगों की भीड़ को संबोधित करने के बाद सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने राज ठाकरे को कालनेमि की संज्ञा देते हुए कहा कि राज ठाकरे अभी तक मोदी के खिलाफ बयान देते थे, योगी के खिलाफ बयान देते थे, उत्तर भारतीयों के खिलाफ बयान देते थे। अचानक इसने कालनेमि की तरह रूप परिवर्तन किया और अयोध्या दर्शन करने के लिए आना चाहता है। सांसद ने सीधे कहा कि मैं किसी भी तरह से राज ठाकरे को लखनऊ एयरपोर्ट के बाहर नहीं आने दूंगा। सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने राज ठाकरे को दुष्ट कहते हुए कहा कि देवीपाटन मंडल का अपना एक इतिहास है। उत्तर प्रदेश का भी अपना एक इतिहास है। देश पर जब जब संकट आया है हमने बढ़कर के उस संकट को झेला है। मैं अपने लोगों का आवाह्न करता हूं कि इस दुष्ट को उत्तर प्रदेश की धरती पर मत घुसने दो जब तक यह माफी न मांग ले। एक सवाल के जवाब में कि अयोध्या सबकी है फिर आप क्यों राज ठाकरे को नहीं आने देना चाहते हैं। जवाब में सांसद ने कहा कि बिल्कुल अयोध्या सबकी है। आम आदमी बनकर जैसे दर्शनार्थी आते हैं वैसे अगर वह आते हैं तो मुझे कोई आपत्ति नहीं है। वह राजनीति करने के लिए आ रहे हैं और जिस अयोध्या में वह आना चाहते हैं वह भगवान राम की जन्मभूमि है और उन्हीं का वह दर्शन करना चाहते हैं।
भाजपा सांसद ने राज ठाकरे के खिलाफ ऐसे समय पर मोर्चा खोला है जब मनसे प्रमुख ने हाल ही में धार्मिकस्थलों से लाउडस्पीकर उतरवाने के लिए योगी सरकार की तारीफ की है। महाराष्ट्र में लाउडस्पीकर विवाद को जन्म देने वाले राज ठाकरे से भाजपा की नजदीकी बढ़ने की चर्चा है। हालांकि उत्तर भारतीयों को लेकर मनसे और राज ठाकरे का स्टैंड जगजाहिर है जिसकी वजह से भाजपा उन्हें साथ लेने में कतराती रही है। भाजपा को आशंका है कि महाराष्ट्र में राज ठाकरे से दोस्ती का उत्तर भारत में नुकसान हो सकता है। राज ठाकरे यूपी और बिहार के लोगों पर महाराष्ट्र में जाकर लोगों की नौकरी छीनने और आपराधिक घटनाओं को अंजाम देने का आरोप पहले भी लगाते रहे हैं।