आईजीआरएस पर फर्जी निस्तारण करने वाले अधिकारियों के रिपोर्ट की होगी समीक्षा गलत पाए जाने पर जांच अधिकारी के खिलाफ कठोर कार्यवाही के लिए जिलाधिकारी का निर्देश
जिलाधिकारी नेहा शर्मा की सख्त कार्रवाई: ऐतिहासिक पोखरे की उपेक्षा पर बीडीओ की परिनिन्दा
जिलाधिकारी नेहा शर्मा का स्पष्ट संदेश, जनशिकायतों की उपेक्षा बर्दाश्त नहीं
जनपद गोण्डा की जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने एक बार फिर यह स्पष्ट कर दिया है कि जनसमस्याओं की उपेक्षा करने वाले अधिकारियों के प्रति प्रशासनिक सख्ती बरती जाएगी। ग्राम पड़रीबल्लभ, विकासखंड पड़रीकृपाल में स्थित ऐतिहासिक स्वामीनारायण मंदिर द्वारा निर्मित पक्के पोखरे की मरम्मत व सौंदर्यीकरण को लेकर प्राप्त जनशिकायतों के भ्रामक निस्तारण पर उन्होंने खण्ड विकास अधिकारी पड़रीकृपाल श्री ओम प्रकाश सिंह की परिनिन्दा करते हुए उन्हें सख्त चेतावनी जारी की है।
प्रकरण में प्रार्थीगण रामजनम, नन्दलाल, सरजू प्रसाद व अन्य द्वारा पोखरे की जर्जर स्थिति को लेकर आईजीआरएस पोर्टल पर की गई शिकायतों के निस्तारण में संबंधित अधिकारी द्वारा न तो शिकायत का गहन परीक्षण किया गया और न ही आवेदकों से संवाद स्थापित कर उनकी वास्तविक मांग को समझा किया गया। इसके विपरीत, निस्तारण आख्या में आवास योजना के अंतर्गत अपात्रता का उल्लेख कर शिकायत को विषय से भटका दिया गया।
जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने इस लापरवाही को गंभीरता से लेते हुए न केवल प्रकरण की बिंदुवार समीक्षा की, बल्कि स्पष्ट शब्दों में संबंधित अधिकारी की कार्यशैली को घोर लापरवाह, उपेक्षापूर्ण एवं आपत्तिजनक करार दिया। उन्होंने बीडीओ पड़रीकृपाल को निर्देशित किया है कि भविष्य में किसी भी जनशिकायत का निस्तारण शासन के निर्देशों के अनुसार गुणवत्ता के साथ किया जाए, अन्यथा कठोर दंडात्मक कार्यवाही के लिए तैयार रहें। जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने स्पष्ट किया है कि जनसमस्याओं का समाधान संवेदनशीलता और उत्तरदायित्व के साथ किया जाना शासन की प्राथमिकता है। किसी भी स्तर पर लापरवाही या उपेक्षा स्वीकार्य नहीं।