19 अप्रैल 2024 क्या कहते है पंचांग क्या बोलते है आज के नक्षत्र पढ़े आचार्य पंकज कृष्ण शास्त्री लेख

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*(20 अप्रैल 2024) का पंचांग*-

*मास-* चैत्र मास।
*पक्ष*- शुक्ल।
*तिथि*- द्वादशी (रात्रि 11:47 तक, तत्पश्चात् त्रयोदशी)।
*नक्षत्र*- पूर्वाफाल्गुनी (दोपहर 03:14 तक तत्पश्चात् उत्तराफाल्गुनी)।
*राहूकाल*- सुबह 08:46 से सुबह 10:23 तक। (इस काल में कोई भी शुभ कार्य का आरंभ नहीं किया जाता है)
*अग्नि वास*- पृथ्वी पर (हवन करना शुभ कारक है)।

*होमाहुति*- शनि।

*योग*- ध्रुव (देर-रात 03:37 बजे तक, तत्पश्चात् व्याघात)।

*श्रीसंवत्*- 2081

*संवत्सर*- कालयुक्त।

*दिशाशूल*- पूरब में (यात्रा जरूरी हो तो अदरक खाकर जाएं)

*वार-* शनिवार।

*अयन-* उत्तरायण।

*अभिजित शुभ मुहूर्त*- सुबह 11:34 से दोपहर 12:26 तक।

शुक्र पूरब में हैं।

*अमृत काल*- सुबह 06:50 से सुबह 08:39 तक।

*पंचक*- ………………..।

*भद्रा*- ……………..।

*सर्वार्थसिद्धि योग*- ………..।

*मूल(सत्तइसा*- ………….।

*राहूवास*- पूर्व में।

*चंद्रवास*- पूरब में।

*सूर्योदय*- सुबह 05:32 पर।

*सूर्यास्त*- सायं 06:22 पर होगा।

*शिववास*- कैलाश पर (सुखप्रद)।

*व्रत एवं त्योहार*- वामन द्वादशी।

*(आचार्य पंकज कृष्ण शास्त्री जी*)
*भागवत कथा प्रवक्ता*
*अयोध्या धाम*
9792366298
6391222903

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