गोण्डा, जनपद में 140 सहकारी समितियां, 67 कर्मचारियों द्वारा दी जा रही सेवा जनपद में कुल 140 सहकारी बिक्री केन्द्रों पर उर्वरक वितरण कार्य संचालित हो रहा है, जिसके लिए 67 कर्मचारी जिम्मेदार हैं। इनमें से प्रत्येक सचिव को एक या दो सहकारी समितियों का प्रभार सौंपा गया है। सचिवों के पास एक से अधिक समितियों का प्रभार होने के कारण, उनकी उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए एक ड्यूटी रोस्टर तैयार किया गया है। इस रोस्टर को समितियों पर अंकित कर, कर्मचारियों को इसका पालन करने का निर्देश दिया गया है।
जिलाधिकारी ने आश्वासन दिया है कि जनपद में खाद की कोई कमी नहीं होगी। इस समय, जनपद में 3200 मैट्रिक टन फुटकर दुकान पर 800 मैट्रिक टन होलसेल (80 हजार बोरी DAP 60 हजार बोरी NPK) डीएपी उर्वरक बफर में उपलब्ध है, जिसे विभिन्न सहकारी बिक्री केन्द्रों को वितरित किया जा रहा है। वर्तमान में 579 मैट्रिक टन (11,580 बोरी) डीएपी और उपलब्ध है और इसे भी निर्धारित केन्द्रों को भेजा जा रहा है। सभी केन्द्रों पर राजस्व लेखपाल और कृषि विभाग के कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है ताकि वितरण सही तरीके से किया जा सके।
किसानों को अधिकतम 5 बोरी डीएपी खाद एक बार में, खतौनी के आधार पर वितरित की जाएगी। इस व्यवस्था के तहत, यदि किसी को कालाबाजारी या अधिक मूल्य पर खाद वितरण की कोई जानकारी मिलती है, तो वह मोबाइल नंबर 9450311573 या 9415064616 पर सूचित कर सकते हैं। इसके अलावा, कृषि और सहकारिता विभाग के अधिकारियों को नियमित रूप से बिक्री केन्द्रों का निरीक्षण करने के निर्देश दिए गए हैं। वही जिला कृषि अधिकारी कार्यालय में कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है जिसका नंबर 052622796594 किसान भाई सुबह 10 बजे से साम 5 बजे तक किसी भी समास्या का समाधान पा सकते है, वहीं जिला कृषि अधिकारी गोंडा ने अपने विभिन्न टीमों के साथ जनपद के आजादपुर, लव्वाटपरा, सिंहपुर सहित दर्जनों उर्वरक की दुकान को चेक किया गया जहां खाद की पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता पाई गई,
किसानों के लिए जिलाधिकारी नेहा शर्मा का महत्वपूर्ण संदेश :-किसान ध्यान दें: खाद वितरण से जुड़ी कोई भी समस्या या सूचना तुरंत संबंधित अधिकारियों तक पहुँचाएं।