गोंडा में इस साल के यातायात माह के समापन पर पुलिस विभाग ने कई विशेष कार्यक्रम आयोजित किए। पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल के निर्देशन में यातायात पुलिस ने लगातार चौराहों पर वाहनों के मालिकों और राहगीरों को यातायात नियमों के पालन की आवश्यकता के बारे में जागरूक किया। इसके साथ ही, आर्थिक रूप से कमजोर व्यक्तियों को सुरक्षा उपकरण मुहैया कराए गए।
यातायात माह के अंतिम दिन, गोंडा पुलिस ने अपनी सक्रियता और जिम्मेदारी का एक और उदाहरण प्रस्तुत किया। खासकर उन दो पहिया वाहन चालकों को जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं, उन्हें हेलमेट वितरित किए गए। इस पहल का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना था कि सुरक्षा के इस अहम उपकरण से अधिक से अधिक लोग लाभान्वित हो सकें। पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल ने इस पहल की जानकारी दी और बताया कि हेलमेट वितरण अभियान को प्राथमिकता दी गई ताकि यातायात के नियमों का पालन करने के लिए लोगों को प्रेरित किया जा सके।
इसके अलावा, पुलिस अधीक्षक ने मौजपुर चीनी मिल में एक कार्यक्रम का आयोजन किया, जिसमें किसानों को उनके योगदान के लिए प्रशस्ति पत्र दिए गए। इस अवसर पर, गन्ना लाने वाले ट्रैक्टर ट्राली वाहनों में रिफ्लेक्टर लगाने का काम किया गया। यह कदम मुख्य रूप से कोहरे और रात के समय होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने के लिए उठाया गया था। रिफ्लेक्टर लगाने से वाहन की दृश्यता बढ़ती है, जिससे अन्य वाहन चालकों को खतरे का समय से पता चलता है और दुर्घटनाओं को रोका जा सकता है।
यातायात माह के समापन पर पुलिस अधीक्षक ने अपने संबोधन में यह भी कहा कि यह अभियान सिर्फ एक महीने तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि भविष्य में भी इसे निरंतर चलाया जाएगा। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे यातायात के नियमों का पालन करें और सड़क सुरक्षा को प्राथमिकता दें। पुलिस अधीक्षक ने यह भी कहा कि जागरूकता अभियान को और भी व्यापक बनाने की जरूरत है ताकि गोंडा जिले में सड़क दुर्घटनाओं की संख्या में कमी लाई जा सके।
साथ ही, यातायात माह के दौरान गोंडा पुलिस ने जगह-जगह चेकिंग अभियान चलाए, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि लोग हेलमेट पहनने और अन्य सुरक्षा उपायों का पालन करें। विशेष रूप से, कटरा बाजार थाना क्षेत्र के प्रमुख चौराहों पर यातायात पुलिस ने यह अभियान चलाया और आर्थिक रूप से कमजोर व्यक्तियों को हेलमेट वितरित किए। पुलिस ने यह भी सुनिश्चित किया कि इन हेलमेट्स की गुणवत्ता उच्च हो, ताकि दुर्घटनाओं में सुरक्षा के लिहाज से यह प्रभावी हो सकें।
इस प्रकार, गोंडा पुलिस द्वारा चलाए गए इस यातायात माह के अभियान ने न केवल लोगों को जागरूक किया, बल्कि सुरक्षा उपायों को लेकर सकारात्मक बदलाव भी लाया। पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में इस पहल का उद्देश्य सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देना और गोंडा जिले में सड़क दुर्घटनाओं को कम करना है। यह अभियान इस बात का प्रतीक है कि जब लोग और प्रशासन एक साथ काम करते हैं, तो सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देने और हादसों को रोकने में सफलता मिल सकती है।