गोंडा जनपद करनैलगंज तहसील के कादीपुर गावँ का पूरा मामला है। जहां जड़ बुद्धि नाम का व्यक्ति जो मुख बधिर था उसकी संपत्ति जिला अधिकारी के संरक्षण में थी , जड़ बुद्धि नाम के व्यक्ति के मृत्यु के बाद धरती के सौदागरों की निगाह उस जमीन पर पड़ गई और फिर एक कुटरचित ढंग से गाटा संख्या 337 में जड़ बुद्धि नाम के व्यक्ति की जमीन को गोमती नाम के व्यक्ति ने धरती के सौदागर भावना अग्रवाल अतुल अग्रवाल आदि के नाम से बैनामा कर दिया जाता है ।
जबकि जड़ बुद्धि के वारिस के नाम से तब तक जमीन नहीं हो जाती है जब तक जिला अधिकारी की noc नहीं लगती है , लेखपाल की मिली भगत से हुआ पूरा खेल ।
लेकिन गोमती नाम के व्यक्ति ने धरती के सौदागरों के चक्कर में पड़कर जमीन का बैनामा कर दिया ऐसे में कहीं ना कहीं बैनामा कराने वाले रजिस्रटार की भी संलिप्त होना पाया जाता है। जो की इस वक्त sit के चंगुल में फस कर जेल की रोटी तोड़ रहा है।
वही इस प्रकरण में समाजसेवक संतोष शुक्ला ने सही जांच कर कार्यवाही करने की जिला अधिकारी से अपील की थी। जिससे की धरती के सौदागरों का हौसला बुलंद ना हो सके और फिर भविष्य में ऐसी गलती ना करें।
जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने मामले को गंभीरता से समझते हुए करनैलगंज SDM को तत्काल जांच के निर्देश दिए थे लेकिन कर्नलगंज तहसील के ठंडे बस्ते में दबकर रह गया जिला अधिकारी का निर्देश ।
सवाल यह भी उठता है कि कहीं ना कहीं भावना अग्रवाल और अतुल अग्रवाल के प्रभाव में आकर तो नहीं दब गई फाइल