भारत में दीपावली को बड़े हर्ष उल्लास से मनाया जाता है। लोग अपने घरों की साफ सफाई करते हैं मां लक्ष्मी की नई प्रतिमा स्थापित करते हैं वही गणेश जी और कुबेर जी की भी दीपावली में पूजा की जाती है। भारत की संस्कृति में माना जाता है कि जहां पर स्वच्छता है वहीं पर समृद्धि है । लेकिन कहीं ना कहीं जनपद गोंडा में पांच गांव ऐसे थे जिनको खाने को भरपेट भोजन नहीं होता था रहने को घर नहीं था यहां तक की भारत की कोई भी नागरिकता या उनका कोई पहचान पत्र नहीं था उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री पद पर योगी आदित्यनाथ ने गद्दी संभालते ही सबसे पहले ऐसे गांव पूरे प्रदेश में जहां भी थे बन टांगिया के नाम से जाने जाते थे उनको सभी मूलभूत सुविधाओं से सुसज्जित करने का काम किया ।
लेकिन गोंडा में कुछ अलग ही नजारा देखने को मिल रहा है उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा दी गई सुविधा तो उनको मिली ही लेकिन जिला अधिकारी नेहा शर्मा ने वन टांगिया गांव के लिए एक ऐसी व्यवस्था बनाई कि जनपद के चारों ओर चर्चा का विषय बना हुआ है ।
गोंडा में जिला प्रशासन ने वनटांगिया समुदाय के दीपोत्सव 2024 के लिए एक नई पहल शुरू की है। इस पहल के अंतर्गत, रामगढ़ और महेशपुर गांवों के वनटांगिया परिवारों के घरों को दीपावली के अवसर पर चटख रंगों और अल्पनाओं से सजाया गया है। यह कदम मुख्यमंत्री के “जीरो पॉवर्टी” मिशन के तहत उठाया गया है, जिसका उद्देश्य इन ग्रामीण परिवारों को आत्मनिर्भर बनाना और उनके जीवन में उत्सव का आनंद बढ़ाना है।
जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने बताया कि इस पहल का मुख्य उद्देश्य केवल घरों को सजाना नहीं, बल्कि वनटांगिया समुदाय में स्वच्छता, सुंदरता और आत्मसम्मान की भावना को प्रोत्साहित करना है। दीपावली खुशियों और प्रकाश का पर्व है, और प्रशासन की यह पहल इस समुदाय के परिवारों में उत्सव का नया रंग भरने का प्रयास कर रही है।
इस अभियान के तहत, घरों की दीवारों पर रंग-बिरंगी पेंटिंग्स और अल्पनाओं का कार्य किया गया है। दीवारों को लाल, पीला, हरा और नीला जैसे चटख रंगों से सजाया गया है, जिससे इन घरों को एक नई पहचान मिली है। रामगढ़ गांव के निवासी मनीराम और अनिल कुमार ने कहा कि उनके घर अब पहले से कहीं अधिक सुंदर और त्योहार की खुशी से भरे नजर आ रहे हैं।
इस पहल के तहत 27 अक्टूबर को एक विशेष समारोह का आयोजन किया जाएगा, जिसमें वनटांगिया समुदाय के परिवारों को उपहार, कपड़े और दैनिक जीवन की आवश्यक वस्तुएं प्रदान की जाएंगी। इसके अलावा, 24 और 25 अक्टूबर को विशेष स्वच्छता अभियान और स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें ग्रामीणों के स्वास्थ्य परीक्षण के साथ-साथ स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ाने पर ध्यान दिया गया।
इस प्रकार, यह पहल न केवल समुदाय की सुंदरता को बढ़ावा दे रही है, बल्कि उनके जीवन में खुशियों और उत्सव का वातावरण भी स्थापित कर रही है।