घरवाले नहीं हुए राजी, फांसी लगाकर प्रेमी प्रेमिका ने जिंदगी मिटा दी।
एक दूसरे के साथ जीने मरने की कसमें खाने वाले दो प्रेमी साथ जी नहीं सके तो दोनों ने एक साथ जान देकर अपनी प्रेम कहानी अमर कर दी। जहां आज हम चाँद पर पहुंच रहे है वहीं आज भी हम रूढ़ी वादी बने हुए है यही कारण है समाज के डर से आज दो परिवारों के चिराग एक साथ बुझ गये।
मामला झांसी जिले के कोतवाली क्षेत्र मऊरानीपुर का है जहां एक बीए द्वितीय वर्ष की छात्रा मनीषा अहिरवार को अपनी ही जाति के राहुल अहिरवार निवासी कंगना टीकमगढ़ के युवक से प्यार हो गया और प्यार भी इतना कि दोनों एक दूसरे के बिना जीने को राज़ी नही थे, दोनों ने फैसला कर लिया था कि जियेंगे तो साथ और मरेंगे तो साथ, दोनों का जीवन ठीक तरह से चल रहा था इसी बीच लड़की के परिजनों ने लड़की के लिये अन्य जगह शादी के लिए लड़का तलाशना शुरू कर दिया, इस बात से दोनों को जुदाई का डर सताने लगा लेकिन एक दूसरे से जुदा होकर जीना दोनों को गवारा नही था, इसलिए दोनों प्रेमियों ने एक साथ जान देने का फैसला कर लिया और दोनों ही अपने अपने घर से निकलकर मऊरानीपुर के एक गेस्ट हाउस पहुंचे और कुछ वक्त साथ बिताया और एक साथ फांसी के फंदे पर लटककर जान दे दी और हमेशा हमेशा के लिए दुनिया से अलविदा कहकर अपनी प्रेम कहानी अमर कर दी।
वहीं युवक -युवती की मौत के बाद दोनों परिवारों में मातम छाया हुआ है, पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की गहनता से जांच करने की बात कह रही है। वहीं मृतकों के परिजनों का कहना है उन्हें दोनों की प्रेम कहानी के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। और न कभी बच्चों ने किसी भी बात का जिक्र किया। फिलहाल पुलिस ने दोनों के शवो को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम की कार्यवाही शुरू कर दी है।