गोंडा जिले में शीत लहर और ठंडक का असर बढ़ता जा रहा है। इसके मद्देनज़र, जिला प्रशासन ने लोगों को राहत देने के लिए कई कदम उठाए हैं। आज जिला अधिकारी, नेहा शर्मा, गोंडा के बस स्टेशन स्थित रैन बसेरे का निरीक्षण करने पहुंची। उन्होंने रैन बसेरे में ठहरे हुए लोगों से बातचीत की और उनकी स्थिति का जायजा लिया। इसके अलावा, ठंड से निपटने के लिए लगाए गए अलाव और गैस हिटर की भी उन्होंने जांच की।
जिलाधिकारी ने आज का उजाला न्यूज़ को जानकारी दी कि गोंडा नगर में ठंड से बचने के लिए जगह-जगह रैन बसेरे बनाए गए हैं। बस स्टेशन, रेलवे स्टेशन और अस्पताल जैसे प्रमुख स्थानों पर रैन बसेरों की व्यवस्था की गई है, जहां ठंड से बचने के लिए लोग शरण ले सकते हैं। इसके साथ ही, नगर पालिका और नगर पंचायत स्तर पर भी अलाव की व्यवस्था की गई है। गोंडा जिले के डूडा द्वारा संचालित एक स्थाई रैन बसेरे में भी लोगों के रहने की व्यवस्था की गई है। जिलाधिकारी ने बताया कि ठंड से बचने के लिए कंबल भी वितरित किए जा रहे हैं, ताकि लोग शीत लहर के असर से सुरक्षित रह सकें।
नेहा शर्मा ने यह भी बताया कि हालांकि, बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा संचालित स्कूलों में छुट्टियां पहले ही घोषित कर दी गई हैं, लेकिन कई प्राइवेट स्कूलों में अभी छुट्टियां नहीं हुई हैं। इस समस्या को ध्यान में रखते हुए, जिलाधिकारी ने बेसिक शिक्षा अधिकारी से बात करने की योजना बनाई है, ताकि इन स्कूलों में भी छुट्टियों की घोषणा की जा सके। इससे बच्चों और उनके परिवारों को ठंड से राहत मिल सकेगी और वे सुरक्षित रहेंगे।
गोंडा जिले में प्रशासन की यह पहल लोगों को शीत लहर से बचाने में मददगार साबित हो रही है। जिला अधिकारी नेहा शर्मा के इस निरीक्षण से यह स्पष्ट है कि प्रशासन ठंड से निपटने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहा है। रैन बसेरे, अलाव, कंबल वितरण, और स्कूलों में छुट्टियां जैसे कदम ठंड से प्रभावित लोगों के लिए राहत का कारण बन रहे हैं।