कलेक्ट्रेट सभागार में सड़क सुरक्षा समिति की मासिक समीक्षा बैठक
गोण्डा आज कलेक्ट्रेट सभागार में सड़क सुरक्षा समिति की मासिक समीक्षा बैठक आयोजित की गई, जिसमें जिलाधिकारी महोदया, श्रीमती नेहा शर्मा ने अध्यक्षता की। इस बैठक में जिले भर में सड़क सुरक्षा के उपायों और यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई।
बैठक की शुरुआत जिलाधिकारी महोदया ने सभी अधिकारियों को स्वागत कर की और सड़क सुरक्षा के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “हमारे लिए यह अत्यंत महत्वपूर्ण है कि सड़क सुरक्षा को प्राथमिकता दी जाए। जिले में सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए ठोस कदम उठाने होंगे।” जिलाधिकारी ने अधिकारियों से अपील की कि वे इस दिशा में जागरूकता अभियान चलाएं और सड़क सुरक्षा से संबंधित नियमों का पालन सुनिश्चित करें।
बैठक में मुख्य रूप से सड़क दुर्घटनाओं के कारणों, चिकित्सा सहायता, ट्रैफिक नियंत्रण और रोड इंफ्रास्ट्रक्चर पर चर्चा की गई। जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों से जिले में सड़क दुर्घटनाओं के आंकड़ों की समीक्षा करने के लिए कहा और यह सुनिश्चित करने के लिए निर्देश दिए कि दुर्घटनाओं की संख्या में कमी लाई जाए। इसके अलावा, उन्होंने दुर्घटनाओं के कारणों पर विचार करते हुए बताया कि सड़क निर्माण में गुणवत्ता की कमी, यातायात संकेतों का अभाव और ड्राइवरों की लापरवाही के कारण यह समस्याएं उत्पन्न होती हैं।
इसके साथ ही, जिलाधिकारी महोदया ने लोगों में सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए सशक्त अभियान चलाने की बात की। उन्होंने कहा कि स्कूलों, कॉलेजों और सार्वजनिक स्थानों पर सड़क सुरक्षा के नियमों के बारे में जानकारी देने के लिए विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाए।
बैठक के अंत में, जिलाधिकारी महोदया ने सभी विभागों के अधिकारियों को अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करने का निर्देश दिया और यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता अभियान में कोई कसर न छोड़ी जाए।
इस बैठक में पुलिस, परिवहन विभाग, नगर निगम, और अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी भी उपस्थित थे। सभी ने मिलकर सड़क सुरक्षा के उपायों को लागू करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की और सुनिश्चित किया कि जिले में सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे।
सड़क सुरक्षा समिति की इस बैठक ने यह स्पष्ट किया कि सड़क सुरक्षा सभी के लिए प्राथमिकता होनी चाहिए, और जिलाधिकारी महोदया की नेतृत्व में जिले में सड़क सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे।