6अप्रैल 2024 क्या कहते। हैआज के पंचाग क्या बोलते है नक्षत्र पढ़े आचार्य पंकज शास्त्री के लेख

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*(06 अप्रैल 2024) का पंचांग*-

*मास-* चैत्र मास।
*पक्ष*- कृष्ण पक्ष।
*तिथि*- त्रयोदशी (देर-रात 04:36 तक, तत्पश्चात् चतुर्दशी)।
*नक्षत्र*- शतभिषा (दोपहर 12:48 तक तत्पश्चात् पूर्वाभाद्रपद)।
*राहूकाल*- सुबह 08:55 से सुबह 10:29 तक। (इस काल में कोई भी शुभ कार्य का आरंभ नहीं किया जाता है)
*अग्नि वास*- पृथ्वी पर (हवन करना शुभ कारक है)।

*होमाहुति*- केतु।

*योग*- शुक्ल (देर-रात 12:05 बजे तक, तत्पश्चात् ब्रंह)।

*श्रीसंवत्*- 2080

*संवत्सर*- पिंगल।

*दिशाशूल*- पूरब में (यात्रा जरूरी हो तो अदरक खाकर जाएं)

*वार-* शनिवार।

*अयन-* उत्तरायण।

*अभिजित शुभ मुहूर्त*- सुबह 11:38 से दोपहर 12:29 तक।

शुक्र पूरब में हैं।

*अमृत काल*- सुबह 09:12 से सुबह 10:38 तक।

*पंचक*- सुबह 05:465 से 09 अप्रैल,मंगलवार को सुबह 07:56 तक।

*भद्रा*- ………………।

*सर्वार्थसिद्धि योग*- ………..।

*मूल(सत्तइसा*- …………।

*राहूवास*- पूर्व में।

*चंद्रवास*- पश्चिम में।

*सूर्योदय*- सुबह 05:45 पर।

*सूर्यास्त*- सायं 06:15 पर होगा।

*शिववास*- भोजन में (पीड़ा)।

*व्रत एवं त्योहार*- पंचक एवं प्रदोष व्रत।

*(आचार्य पंकज कृष्ण शास्त्री जी*)
*भागवत कथा प्रवक्ता*
*अयोध्या धाम*
9792366298
6391222903

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