*मास-* चैत्र मास।
*पक्ष*- कृष्ण पक्ष।
*तिथि*- एकादशी (सुबह 09:27 तक, तत्पश्चात् द्वादशी)।
*नक्षत्र*- धनिष्ठा (दोपहर 02:28 तक तत्पश्चात् शतभिषा)।
*राहूकाल*- सुबह 10:30 से दोपहर 12:04 तक। (इस काल में कोई भी शुभ कार्य का आरंभ नहीं किया जाता है)
*अग्नि वास*- स्वर्ग में (हवन करना अशुभ कारक है)।
*होमाहुति*- राहू।
*योग*- शुभ (देर-रात 03:12 बजे तक, तत्पश्चात् शुक्ल)।
*श्रीसंवत्*- 2080
*संवत्सर*- पिंगल।
*दिशाशूल*- पश्चिम में (यात्रा जरूरी हो तो दही खाकर जाएं)
*वार-* शुक्रवार।
*अयन-* उत्तरायण।
*अभिजित शुभ मुहूर्त*- सुबह 11:39 से दोपहर 12:29 तक।
शुक्र पूरब में हैं।
*अमृत काल*- सुबह 08:37 से सुबह 10:04 तक।
*पंचक*- सुबह 05:46 से 09 अप्रैल,मंगलवार को सुबह 07:56 तक।
*भद्रा*- ………………।
*सर्वार्थसिद्धि योग*- ………..।
*मूल(सत्तइसा*- …………।
*राहूवास*- दक्षिण-पूर्व में।
*चंद्रवास*- दक्षिण में।
*सूर्योदय*- सुबह 05:46 पर।
*सूर्यास्त*- सायं 06:15 पर होगा।
*शिववास*- कैलाश पर (सुखप्रद)।
*व्रत एवं त्योहार*- पंचक प्रारंभ एवं सबकी पापमोचनी एकादशी व्रत।
आज का छोटा उपाय
अपने घर में नई एनर्जी बनाने के लिए घी और गुड़ का 5आहुति दे हनुमान जी के नाम से
*(आचार्य पंकज कृष्ण शास्त्री जी*)
*भागवत कथा प्रवक्ता*
*अयोध्या धाम*
9792366298
6391222903