*(27 मार्च 2024) का पंचांग*-
*मास-* चैत्र मास।
*पक्ष*- कृष्ण पक्ष।
*तिथि*- द्वितीया (दोपहर 03:50 तक, तत्पश्चात् तृतीया)।
*नक्षत्र*- चित्रा (दोपहर 03:05 तक तत्पश्चात् स्वाती)।
*राहूकाल*- दोपहर 12:07 से दोपहर 01:39 तक। (इस काल में कोई भी शुभ कार्य का आरंभ नहीं किया जाता है)
*अग्नि वास*- पाताल में (हवन करना अशुभ कारक है)।
*होमाहुति*- मंगल।
*योग*- व्याघात (रात्रि 09:40 बजे तक, तत्पश्चात् हर्षण)।
*श्रीसंवत्*- 2080
*संवत्सर*- पिंगल।
*दिशाशूल*- उत्तर में (यात्रा जरूरी हो तो दो दाना सूखी साबुत धनिया खाकर जाएं)
*वार-* बुधवार।
*अयन-* उत्तरायण।
*अभिजित शुभ मुहूर्त*- कोई नहीं ।
शुक्र पूरब में हैं।
*अमृत काल*- सुबह 09:08 से सुबह 10:55 तक।
*पंचक*- …………………..।
*भद्रा*- .……………………।
*सर्वार्थसिद्धि योग*- ………..।
*मूल(सत्तइसा*- …………।
*राहूवास*- दक्षिण-पश्चिम में।
*चंद्रवास*- पश्चिम में।
*सूर्योदय*- सुबह 05:56 पर।
*सूर्यास्त*- सायं 06:11 पर होगा।
*शिववास*- सभा में (संताप)।
*व्रत एवं त्योहार*- …………..।
आज का छोटा उपाय
अगर अपने घर में सुख शांति चाहते हैं तो भगवान कृष्ण को मुरली दान करें
*(आचार्य पंकज कृष्ण शास्त्री जी*)
*भागवत कथा प्रवक्ता*
*अयोध्या धाम*
9792366298/6391222903