*(24 मार्च 2024) का पंचांग*-
*मास-* फाल्गुन मास।
*पक्ष*- शुक्ल पक्ष।
*तिथि*- चतुर्दशी (सुबह 10:23 तक, तत्पश्चात् पूर्णिमा)।
*नक्षत्र*- पूर्वाफाल्गुनी (सुबह 05:06 तक तत्पश्चात् उत्तराफाल्गुनी)।
*राहूकाल*- दोपहर 04:43 से सायं 06:14 तक। (इस काल में कोई भी शुभ कार्य का आरंभ नहीं किया जाता है)
*अग्नि वास*- पृथ्वी पर (हवन करना शुभ कारक है)।
*होमाहुति*- चंद्र।
*योग*- गंड (रात्रि 08:43 बजे तक, तत्पश्चात् वृद्धि)।
*श्रीसंवत्*- 2080
*संवत्सर*- पिंगल।
*दिशाशूल*- पश्चिम में (यात्रा जरूरी हो तो पान खाकर जाएं)
*वार-* रविवार।
*अयन-* उत्तरायण।
*अभिजित शुभ मुहूर्त*- सुबह 11:43 से दोपहर 12:32 तक ।
शुक्र पूरब में हैं।
*अमृत काल*- देररात्रि 02:30 से देर-रात 04:19 तक।
*पंचक*- …………………..।
*भद्रा*- सुबह 10:23 से रात्रि 11:24 तक।
*भद्रा का वास*- मृत्यु।
*सर्वार्थसिद्धि योग*- दिनभर।
*मूल(सत्तइसा*- …………।
*राहूवास*- उत्तर में।
*चंद्रवास*- पूरब में।
*सूर्योदय*- सुबह 06:00 पर।
*सूर्यास्त*- सायं 06:09 पर होगा।
*शिववास*- भोजन में (पीड़ा)।
*व्रत एवं त्योहार*- होलिकादहन रात्रि 11:24 के बाद ।
*(आचार्य पंकज कृष्ण शास्त्री जी*)
*भागवत कथा प्रवक्ता*
*अयोध्या धाम*
9792366298/9918701008