*(23 मार्च 2024) का पंचांग*-
*मास-* फाल्गुन मास।
*पक्ष*- शुक्ल पक्ष।
*तिथि*- त्रयोदशी (सुबह 08:25 तक, तत्पश्चात् चतुर्दशी)।
*नक्षत्र*- पूर्वाफाल्गुनी (दिनभर )।
*राहूकाल*- सुबह 09:05 से सुबह 10:36 तक। (इस काल में कोई भी शुभ कार्य का आरंभ नहीं किया जाता है)
*अग्नि वास*- स्वर्ग में (हवन करना अशुभ कारक है)।
*होमाहुति*- चंद्र।
*योग*- शूल (रात्रि 08:13 बजे तक, तत्पश्चात् गंड)।
*श्रीसंवत्*- 2080
*संवत्सर*- पिंगल।
*दिशाशूल*- पूरब में (यात्रा जरूरी हो तो अदरक खाकर जाएं)
*वार-* शनिवार।
*अयन-* उत्तरायण।
*अभिजित शुभ मुहूर्त*- सुबह 11:43 से दोपहर 12:32 तक ।
शुक्र पूरब में हैं।
*अमृत काल*- देररात्रि 12:20 से देर-रात 02:09 तक।
*पंचक*- …………………..।
*भद्रा*- …………………।
*सर्वार्थसिद्धि योग*- ………।
*मूल(सत्तइसा*- …………।
*राहूवास*- पूर्व में।
*चंद्रवास*- पूरब में।
*सूर्योदय*- सुबह 06:00 पर।
*सूर्यास्त*- सायं 06:09 पर होगा।
*शिववास*- बैल पर (अभीष्ट सिद्धि)।
*व्रत एवं त्योहार*- होलाष्टक ।
*(आचार्य पंकज कृष्ण शास्त्री जी*)
*भागवत कथा प्रवक्ता*
*अयोध्या धाम* 9792366298