*(02 मई 2024) का पंचांग*-
*मास-* वैशाख मास।
*पक्ष*- कृष्ण पक्ष।
*तिथि*- नवमी (रात्रि 10:26 तक तत्पश्चात् दशमी)।
*नक्षत्र* धनिष्ठा (रात्रि 10:35 तक तत्पश्चात् शतभिषा)।
*राहूकाल*- दोपहर 01:37 से दोपहर 03:16 तक। (इस काल में कोई भी शुभ कार्य का आरंभ नहीं किया जाता है)
*अग्नि वास*- पाताल में (हवन करना अशुभ कारक है)।
*होमाहुति*- राहू।
*योग*- शुक्ल (दोपहर 02:19 बजे तक, तत्पश्चात् ब्रंह)।
*श्रीसंवत्*- 2081
*संवत्सर*- कालयुक्त।
*दिशाशूल*- दक्षिण में (यात्रा जरूरी हो तो दो दाना राई खाकर जाएं)
*वार-* गुरुवार।
*अयन-* उत्तरायण।
*अभिजित शुभ मुहूर्त*- सुबह 11:32 से दोपहर 12:25 तक।
शुक्र 01 मई को दोपहर 04 बजकर 57 मिनट पर पूरब में अस्त हो गए हैं।
*अमृत काल*- दोपहर 04:00 से सायं 05:31 तक।
*पंचक*- सुबह 11:23 से 06 मई, सोमवार को दोपहर 04:03 तक।
*भद्रा*- ……………….।
*सर्वार्थसिद्धि योग*- ………..।
*मूल(सत्तइसा*- …………….।
*राहूवास*- दक्षिण में।
*चंद्रवास*- दक्षिण में।
*सूर्योदय*- सुबह 05:22 पर।
*सूर्यास्त*- सायं 06:28 पर होगा।
*शिववास*- सभा में (संताप)।
*व्रत एवं त्योहार*- पंचक प्रारंभ ।
*(आचार्य पंकज कृष्ण शास्त्री जी*)
*भागवत कथा प्रवक्ता*
*अयोध्या धाम*
9792366298
6391222903