*(19 मार्च 2024) का पंचांग*-
*मास-* फाल्गुन मास।
*पक्ष*- शुक्ल पक्ष।
*तिथि*- दशमी (देर रात्रि 03:55 तक, तत्पश्चात् एकादशी)।
*नक्षत्र*- पुनर्वसु (रात 11:32 तक तत्पश्चात् पुष्य)।
*राहूकाल*- दोपहर 03:10 से दोपहर 04:41 तक। (इस काल में कोई भी शुभ कार्य का आरंभ नहीं किया जाता है)
*अग्नि वास*- पाताल में (हवन करना अशुभ कारक है)।
*होमाहुति*- शुक्र।
*योग*- शोभन (रात्रि 07: बजे तक, तत्पश्चात् अतिगंड)।
*श्रीसंवत्*- 2080
*संवत्सर*- पिंगल।
*दिशाशूल*- उत्तर में (यात्रा जरूरी हो तो गुड़ खाकर जाएं)
*वार-* मंगलवार।
*अयन-* उत्तरायण।
*अभिजित शुभ मुहूर्त*- सुबह 11:45 से दोपहर 12:33 तक।
शुक्र पूरब में हैं।
*अमृत काल*- सायं 05:34 से रात्रि 07:18 तक।
*पंचक*- …………………..।
*भद्रा*- ………………….।
*सर्वार्थसिद्धि योग*- ………।
*मूल(सत्तइसा*- ………….।
*राहूवास*- पश्चिम में।
*चंद्रवास*- पश्चिम में।
*सूर्योदय*- सुबह 06:04 पर।
*सूर्यास्त*- सायं 06:07 पर होगा।
*शिववास*- सभा में (संताप)।
*व्रत एवं त्योहार*- होलाष्टक ।
*(आचार्य पंकज शास्त्री जी*)
*भागवत कथा प्रवक्ता*
*अयोध्या धाम*
9792366298