19 अप्रैल 2024 क्या कहता है आज का पंचांग क्या बोलते हैं नक्षत्र पढ़े आचार्य पंकज कृष्ण शास्त्री के लेख

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*(19 अप्रैल 2024) का पंचांग*-

*मास-* चैत्र मास।
*पक्ष*- शुक्ल।
*तिथि*- एकादशी (रात्रि 09:49 तक, तत्पश्चात् द्वादशी)।
*नक्षत्र*- मघा (दोपहर 12:45 तक तत्पश्चात् पूर्वाफाल्गुनी)।
*राहूकाल*- सुबह 10:24 से दोपहर 12:01 तक। (इस काल में कोई भी शुभ कार्य का आरंभ नहीं किया जाता है)
*अग्नि वास*- पाताल में (हवन करना अशुभ कारक है)।

*होमाहुति*- शनि।

*योग*- वृद्धि (देर-रात 03:04 बजे तक, तत्पश्चात् ध्रुव)।

*श्रीसंवत्*- 2081

*संवत्सर*- कालयुक्त।

*दिशाशूल*- पश्चिम में (यात्रा जरूरी हो तो दही खाकर जाएं)

*वार-* शुक्रवार।

*अयन-* उत्तरायण।

*अभिजित शुभ मुहूर्त*- सुबह 11:35 से दोपहर 12:26 तक।

शुक्र पूरब में हैं।

*अमृत काल*- सुबह 08:15 से सुबह 10:03 तक।

*पंचक*- ………………..।

*भद्रा*- सुबह 08:55‌ से रात्रि 09:49 तक।

*भद्रा का वास*- मृत्यु।

*सर्वार्थसिद्धि योग*- ………..।

*मूल(सत्तइसा*- सुबह 05:33 से दोपहर 12:45 तक।

*मूल का वास*- पृथ्वी पर।

*राहूवास*- दक्षिण-पूर्व में।

*चंद्रवास*- पूरब में।

*सूर्योदय*- सुबह 05:33 पर।

*सूर्यास्त*- सायं 06:21 पर होगा।

*शिववास*- क्रीड़ा में (कष्ट एवं दुख)।

*व्रत एवं त्योहार*- कामदा एकादशी व्रत

*(आचार्य पंकज कृष्ण शास्त्री जी*)
*भागवत कथा प्रवक्ता*
*अयोध्या धाम*
9792366298
6391222903

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