16 मार्च 2024 क्या कहता है आज का पंचांग क्या बोलते हैं नक्षत्र पढ़ें आचार्य पंकज शास्त्री के लेख

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*(16 मार्च 2024) का पंचांग*-

*मास-* फाल्गुन मास।
*पक्ष*- शुक्ल पक्ष।
*तिथि*- सप्तमी (देर रात्रि 03:07 तक, तत्पश्चात् अष्टमी।
*नक्षत्र*- रोहिणी (रात 09:12 तक तत्पश्चात् मृगशिरा)।
*राहूकाल*- सुबह 09:10 से सुबह 10:40 तक। (इस काल में कोई भी शुभ कार्य का आरंभ नहीं किया जाता है)
*अग्नि वास*- पृथ्वी पर (हवन करना शुभ कारक है)।

*होमाहुति*- शुक्र।

*योग*- प्रीति (रात्रि 10:50 बजे तक, तत्पश्चात् आयुष्मान)।

*श्रीसंवत्*- 2080

*संवत्सर*- पिंगल।

*दिशाशूल*- पूरब में (यात्रा जरूरी हो तो अदरक खाकर जाएं)

*वार-* शनिवार।

*अयन-* उत्तरायण।

*अभिजित शुभ मुहूर्त*- सुबह 11:46 से दोपहर 12:34 तक।

शुक्र पूरब में हैं।

*अमृत काल*- दोपहर 12:54 से दोपहर 02:30 तक।

*पंचक*- …………………..।

*भद्रा*- देर-रात 03:07 अगले दिन दोपहर 03:02 तक।

*भद्रा का वास*- स्वर्ग में।

*सर्वार्थसिद्धि योग*- सुबह 06:07 से रात्रि 09:12 तक।

*मूल(सत्तइसा*- ………….।

*राहूवास*- पूर्व में।

*चंद्रवास*- दक्षिण में।

*सूर्योदय*- सुबह 06:07 पर।

*सूर्यास्त*- सायं 06:06 पर होगा।

*शिववास*- भोजन में (पीड़ा)।

*व्रत एवं त्योहार*- होलाष्टक प्रारंभ।

*(आचार्य पंकज कृष्ण शास्त्री जी*)
*भागवत कथा प्रवक्ता*
*अयोध्या धाम*
9792366298/9918701008

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