*(14 मार्च 2024) का पंचांग*-
*मास-* फाल्गुन मास।
*पक्ष*- शुक्ल पक्ष।
*तिथि*- पंचमी (अगले दिन सुबह 04:52 तक, तत्पश्चात् षष्ठी)।
*नक्षत्र*- भरणी (रात 09:49 तक तत्पश्चात् कृतिका)।
*राहूकाल*- दोपहर 01:40 से दोपहर 03:10 तक। (इस काल में कोई भी शुभ कार्य का आरंभ नहीं किया जाता है)
*अग्नि वास*- पृथ्वी पर (हवन करना शुभ कारक है)।
*होमाहुति*- बुध।
*योग*- वैधृति (देर रात्रि 02:40 बजे तक, तत्पश्चात् विष्कुंभ)।
*श्रीसंवत्*- 2080
*संवत्सर*- पिंगल।
*दिशाशूल*- दक्षिण में (यात्रा जरूरी हो तो दो राई खाकर जाएं)
*वार-* गुरुवार।
*अयन-* उत्तरायण।
*अभिजित शुभ मुहूर्त*- सुबह 11:46 से दोपहर 12:34 तक।
शुक्र पूरब में हैं।
*अमृत काल*- दोपहर 12:25 से दोपहर 01:55 तक।
*पंचक*- …………………..।
*भद्रा*- ………………..।
*सर्वार्थसिद्धि योग*- ………. ।
*मूल(सत्तइसा*- ………….।
*राहूवास*- दक्षिण में।
*चंद्रवास*- पूरब में।
*सूर्योदय*- सुबह 06:09 पर।
*सूर्यास्त*- सायं 06:05 पर होगा।
*शिववास*- कैलाश पर (सुखप्रद)।
*व्रत एवं त्योहार*- खरमास प्रारम्भ।
आज का उपाय
आज अपने सुख शांति के लिए भगवान विष्णु को पीला पुष्प अर्पण करें
*(आचार्य पंकज कृष्ण शास्त्री जी*)
*भागवत कथा प्रवक्ता*
*अयोध्या धाम*
9792366298/9918701008