*(12 मार्च 2024) का पंचांग*-
*मास-* फाल्गुन मास।
*पक्ष*- शुक्ल पक्ष।
*तिथि*- द्वितीया (सुबह 10:09 तक, तत्पश्चात् तृतीया)।
*नक्षत्र*- रेवती (रात 11:51 तक तत्पश्चात् अश्विनी)।
*राहूकाल*- दोपहर 03:10 से दोपहर 04:39 तक। (इस काल में कोई भी शुभ कार्य का आरंभ नहीं किया जाता है)
*अग्नि वास*- स्वर्ग में (हवन करना अशुभ कारक है)।*होमाहुति*- सूर्य।
*योग*- शुक्ल (सुबह 10:26 बजे तक, तत्पश्चात् ऐंद्र)।
*श्रीसंवत्*- 2080
*संवत्सर*- पिंगल।
*दिशाशूल*- उत्तर में (यात्रा जरूरी हो तो गुड़ खाकर जाएं)
*वार-* मंगलवार।
*अयन-* उत्तरायण।
*अभिजित शुभ मुहूर्त*- सुबह 11:47 से दोपहर 12:35 तक।
शुक्र पूरब में हैं।
*अमृत काल*- रात्रि 06:21 से रात्रि 07:46 तक।
*पंचक*- सुबह 06:12 से रात्रि 11:51 तक।
*भद्रा*- ………………..।
*सर्वार्थसिद्धि योग*- रात्रि 11:51 से अगले दिन सुबह 06:12 तक ।
*मूल(सत्तइसा*- सुबह 06:12 से 13 मार्च, बुधवार को रात्रि 10:41 तक ।
*मूल का वास*- पाताल में ।
*राहूवास*- पश्चिम में।
*चंद्रवास*- उत्तर में।
*सूर्योदय*- सुबह 06:12 पर।
*सूर्यास्त*- सायं 06:04 पर होगा।
*शिववास*- श्मशान में (मृत्यु तुल्य)।
*व्रत एवं त्योहार*- फुलैरा दूज और पंचक (पचखा)।
*(आचार्य पंकज कृष्ण शास्त्री जी*)
*भागवत कथा प्रवक्ता*
*अयोध्या धाम*
9792366298//9918701008