सीएम ने की अयोध्या में चल रहे लगभग 19 हजार करोड़ की विकास योजनाओं की समीक्षा
अयोध्या विजन 2047 के प्रस्तुतीकरण के अवसर पर उपस्थित अधिकारियों को समय एवं गुणवत्ता के साथ पूरा करने के दिये निर्देश।
अयोध्या विजन/अयोध्या के विकास जिला/मण्डल स्तर पर प्रत्येक सप्ताह समीक्षा करने तथा शासन स्तर पर प्रत्येक 15 दिन में समीक्षा करने के निर्देश मुख्यमंत्री ने दिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को अयोध्या में मंडलीय समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि
मण्डल/जनपद/तहसील/ब्लाक स्तर पर तैनात अधिकारी, कर्मचारी अपनी तैनाती स्थानों पर ही रात्रि निवास करें और जहां पर उनके आवास की सुविधा नही होती है वहां पर किराये पर मकान लेकर रहे।
मण्डल और जनपद स्तर के अधिकारी कार्यालय के साथ साथ विकास योजनाओं, कल्याणकारी योजनाओं के परखने के लिए क्षेत्रों में भ्रमण करें।
अयोध्या मण्डल के प्रभारी मंत्री अरविन्द कुमार शर्मा के नेतृत्व में अन्य सहयोगी राज्यमंत्री कल यानि शनिवार को अयोध्या मण्डल के अन्य जनपदों में भ्रमण करेंगे तथा मंत्री समूह की रिपोर्ट आने के बाद उसके प्रस्तावों को शामिल करने के लिए अलग से कैबिनेट में लाया जायेगा, जिससे आम जनमानस की सुविधाओं में व्यापक सुधार हो।
अयोध्या के सम्बंध में कार्ययोजना बनाने वाले अधिकारी बेहतर समन्वय एवं परीक्षण के साथ कार्ययोजना प्रस्तुत करें इसमें लापरवाही करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कठोर कार्यवाही होगी।
उत्तर प्रदेश के योगी आदित्यनाथ का दूसरे कार्यकाल में शपथ लेने के बाद यह दूसरा अयोध्या का भ्रमण रहा। इसके पहले मुख्यमंत्री दिनांक 1 अप्रैल 2022 को रामनवमी पर मेले की समीक्षा के लिए अयोध्या आये थे। आज आगमन का मुख्य उद्देश्य मंत्री समूहों के साथ अयोध्या के विकास कार्यो की अपने मंत्रियों के साथ समीक्षा करना एवं शासन एवं प्रशासन के अधिकारियों को मौके पर समयबद्व कार्यवाही करने के लिए निर्देश देना प्रमुख था। इसी क्रम में मण्डलायुक्त सभागार में आज शासन के आवास, नगर विकास, लोक निर्माण, ऊर्जा, पर्यटन, राजस्व, नागरिक उड्डयन आदि विभाग के प्रमुख सचिवों/अपर मुख्य सचिवों तथा मण्डल व जनपद के अधिकारियों के साथ अयोध्या के आसपास चल रहे 19 हजार करोड़ की परियोजनाओं की समीक्षा करना एवं इसके पूर्ण होने की समय सारिणी निर्धारित करना आदि प्रमुख एजेंडे में था तथा आगामी 100 दिन के कार्यो एवं अयोध्या विजन 2047 के कार्यो का प्रस्तुतीकरण प्रमुख था। मुख्यमंत्री ने कहा कि अयोध्या के विकास कार्यो की समीक्षा के लिए आवास एवं शहरी नियोजन विभाग को नोडल बनाया गया है। उन्होंने कहा कि प्रमुख सचिव प्रत्येक 15 दिन में अयोध्या के कार्यो की समीक्षा करें तथा मण्डलायुक्त प्रत्येक सप्ताह में इसकी समीक्षा करें और इसके किसी भी प्रकार के गतिरोध को दूर करने के लिए आवश्यक कार्यवाही करें। अयोध्या के विकास के लिए अन्य विभागीय अधिकारी स्वयं पहल करें तथा इसके पत्राचार को अपने विभागों के सचिव/प्रमुख सचिवों के साथ करने के साथ साथ मुख्यमंत्री कार्यालय को भेजे। अयोध्या विजन के विभिन्न विभागों की 200 से ज्यादा परियोजनाओं की नियमित निगरानी के लिए डेशबोर्ड तैयार किया गया है, इसकी नियमित समीक्षा की जाय इसमें नगर विकास, लोक निर्माण, पर्यटन, संस्कृति, सिंचाई, धर्मार्थ कार्य, ऊर्जा, जलनिगम, चिकित्सा/आयुष विभाग, नगर निगम, शिक्षा विभाग आदि विभागों की लगभग 200 से ज्यादा परियोजनाएं है जिनकी कार्यदायी संस्थाएं यूपी राजकीय निर्माण निगम, यू0पी0 स्टेट कन्सट्रक्शन, अयोध्या विकास प्राधिकरण, अयोध्या नगर निगम, लोक निर्माण विभाग, राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण आदि निर्माण एजेंसियां सभी अधिकारियों के साथ इसकी समीक्षा की गयी। जिसका प्रस्तुतीकरण आवास विकास के प्रमुख सचिव नितिन रमेश गोकरन ने किया। अयोध्या/मण्डल के कार्यों का प्रस्तुतीकरण मण्डलायुक्त नवदीप रिणवा तथा कानून व्यवस्था की समीक्षा बैठक का प्रस्तुतीकरण पुलिस महानिरीक्षक के0पी0 सिंह द्वारा किया गया।
समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि कार्यों को क्वालिटी के साथ समय से पूरा करें तथा डीपीआर बनाते समय इसकी आवश्यकता एवं फिजूल खर्च से भी बचें । अयोध्या में श्रीराम मंदिर बनने के बाद तथा आज भी हजारों दर्शक प्रतिदिन आ रहे हैं इसके लिए आगामी विकास में तीन प्रमुख पथ निर्धारित किये गये हैं । पहला पथ राम पथ-सहादतगंज से नयाघाट, दूसरा पथ श्रीराम जन्मभूमि पथ-सुग्रीव किला मार्ग से राम जन्मभूमि मंदिर, तीसरा पथ-भक्ति पथ-श्रृंगार हाट से रामजन्मभूमि मंदिर, इन तीनों के लिए जो डीपीआर बनाया गया है वह पूर्ण रूप से अव्यवहारिक है इसके लिए अधिकारियों द्वारा कोई विशेष रूचि नहीं ली गयी है इसलिए मुख्यमंत्री ने चेतावनी देते हुये कहा कि इसके लिए विकास प्राधिकरण एवं लोक निर्माण विभाग तथा अन्य विभाग के अधिकारी शीघ्र बैठकर इन मार्गों के चौड़ीकरण के साथ-साथ उनके मार्गों पर प्रापर ड्नेज सिस्टम यूटीलिटी/उपयोगी सेवाएं एवं फुटपाथ आदि की व्यवस्था है। मुख्यमंत्री ने अयोध्या में पेयजल की व्यवस्था को घर-घर जाकर नल कनेक्शन की व्यवस्था को बेहतर बनाने, अयोध्या में विद्युत आपूर्ति की समस्या को बेहतर करने, विद्युत से सम्बंधित ओबर बिल को ठीक करने तथा समय से बिल को प्रेषित करने तथा इसकी नियमित समीक्षा करने के लिए निर्देश दिया गया। आंगनबाड़ी केन्द्रों पर पुष्टाहार वितरण की स्थिति की समीक्षा करने के लिए मंत्री समूह के अध्यक्ष अरविन्द कुमार शर्मा ऊर्जा एवं नगर विकास मंत्री से विशेष अनुरोध किया गया। अयोध्या के निर्माण कार्यों में इसके सांस्कृतिक धरोहरों इको सिस्टम पर्यावरण एवं पौधारोपण आदि को प्रोत्साहित करने वाले कार्यक्रमों को बनाने के लिए निर्देश दिया गया। मुख्यमंत्री द्वारा बैठक में जनप्रतिनिघियों से जिसमें सांसद लल्लू सिंह, विधायक वेद प्रकाश गुप्ता, रामचन्द्र यादव, डा0 अमित सिंह चौहान, अवधेश प्रसाद, अभय सिंह एवं विधान परिषद हरिओम पांडेय, जिला पंचायत अध्यक्ष रोली सिंह, मेयर ऋषिकेश उपाध्याय आदि से अयोध्या के विकास पर सुझाव मांगे गये, जिसमें जनप्रतिनिधियों ने गो-आश्रय सम्बंधी, प्रधानमंत्री आवास सम्बंधी, जलापूर्ति सम्बंधी, चिकित्सालय सम्बंधी, विद्युत आपूर्ति सम्बंधी आदि बिन्दुओं पर सुझाव दिये। उक्त अवसर पर उत्तर प्रदेश सरकार के ऊर्जा एवं नगर विकास मंत्री एवं अयोध्या मण्डल के प्रभारी मंत्री अरविन्द कुमार शर्मा द्वारा विभिन्न बिन्दुओं पर अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि अयोध्या को एक माॅडल सिटी के रूप में विकास करने के लिए पूरी क्षमता के साथ कार्य करें। इसके द्वारा इसकी मुख्यमंत्री द्वारा और मेरे द्वारा समय-समय पर समीक्षा की जायेगी तथा कोई भी समस्या हो तो स्थानीय अधिकारी अपने अपने विभाग के अलावा मुख्यमंत्री एवं हमें भी बतायें। जनप्रतिनिधियों की शिकायत कोटेदारों के सम्बंध में की गयी कि कोटेदारों से कुछ अधिकारी अवैध वसूली करते हैं जिस पर मुख्यमंत्री ने मण्डलायुक्त को एक समिति बनाने का निर्देश दिया कि ऐसे कोटेदारों की शिकायतों की जांच करें और दोषियों के विरूद्व कठोर कार्यवाही की संस्तुति करें तथा जिले में जिलाधिकारी एवं मुख्य विकास अधिकारी ऐसी सुनिश्चित करें कि कोई भी अधिकारी कोई कमीशनखोरी करता है उसके खिलाफ कठोर कार्यवाही किया जाय तथा इस पर सजग नजर रखे। मुख्यमंत्री ने अयोध्या विजन 2047 के अन्तर्गत 8 कुंडों का कायाकल्प तथा संरक्षण, संचालन और रखरखाव, अयोध्या में चयनित ऐतिहासिक स्थानों पर सरफेस सुधार, भित्ति चित्र और कलाकृति के माध्यम से पुनरुद्धार एवं संरक्षण का कार्य, रामायण सर्किट थीम के अन्तर्गत अयोध्या में विकास कार्य, अन्तर्राष्ट्रीय रामकथा संग्रहालय और आर्ट गैलरी, अयोध्या जिले में 4 समग्र विद्यालयों का निर्माण तथा 49 विद्यालयों का पुर्नभरण सहित अन्य परियोजनाओं की समीक्षा की गयी। इसी क्रम में अयोध्या मण्डल के विकास कार्यो व कानून व्यवस्था की समीक्षा के अन्तर्गत मिशन शक्ति का क्रियान्वयन, महिला सम्बंधी अपराधों/पास्को एक्ट के अन्तर्गत पंजीकृत मामलों, अपराधीत्र/माफियाओं के विरूद्व कार्यवाही, धार्मिक स्थलों से लाउड स्पीकर हटाने एवं आवाज कम करने के सम्बंध में कार्यवाही, इंटीग्रेटेड कोविड कमाण्ड एवं कन्ट्रोल सेंटर, आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना, अस्थायी/स्थायी निराश्रित गोवंश आश्रय स्थलों, डीबीटी के माध्यम से यूनीफार्म जूते, मोजे आदि के वितरण, आपरेशन कायाकल्प आदि की समीक्षा किया गया और इसका प्रस्तुतीकरण मण्डलायुक्त नवदीप रिणवा द्वारा किया गया। उक्त अवसर पर शासन के राजस्व, पीडब्लूडी, नगर विकास, स्वास्थ्य, आवास आदि विभागों के अधिकारी के अतिरिक्त उत्तर प्रदेश शासन के लोकप्रिय मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र उपस्थित रहे।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के दूसरे कार्यकाल में मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ का जनपद अयोध्या में प्रस्तावित भ्रमण कार्यक्रम के तहत आगमन हुआ। मुख्यमंत्री लगभग 11 बजे अयोध्या स्थित रामकथा पार्क के हैलीपेड पर पहुंचे जहां अयोध्या के सांसद लल्लू सिंह, विधायक वेद प्रकाश गुप्ता, बीकापुर विधायक डा0 अमित सिंह चैहान, रूदौली विधायक रामचन्द्र यादव सहित भाजपा जिलाध्यक्ष, मेयर आदि के अतिरिक्त, मण्डलायुक्त नवदीप रिणवा, पुलिस महानिरीक्षक के0पी0 सिंह, जिलाधिकारी नितीश कुमार, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने स्वागत किया। जिसके बाद उन्होंने श्री हनुमानगढ़ी व श्रीराम जन्मभूमि में दर्शन एवं पूजन किया गया।
अगले चरण में मुख्यमंत्री द्वारा श्रीराम लला का दर्शन पूजन किया गया तथा मंदिर निर्माण के कार्यो की जानकारी ली गयी, जिसका प्रस्तुतीकरण श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव श्री चम्पत राय जी द्वारा किया गया। उक्त अवसर पर तीर्थ क्षेत्र न्यास के अन्य सदस्यगण, पुजारी एवं गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री ने अगले चरण में स्वास्थ्य केन्द्र टेढ़ीबाजार स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र का निरीक्षण किया। उस केन्द्र पर कोविड टीकाकरण एवं बच्चों के टीकाकरण, स्वास्थ्य की जानकारी ली गयी तथा बेहतर ढंग से साफ सफाई करने और नियमित रूप से समय से डाक्टरों एवं स्टाफ को उपस्थित रहने के निर्देश दिये गये।
इसके बाद मुख्यमंत्री द्वारा मोहबरा चैराहा पर उपरिगामी सेतु आर0ओ0बी0 के निर्माण स्थल का भी निरीक्षण किया गया। यह आर0ओ0बी0 लगभग 9 किमी0 की बन रही है तथा यह मोहबरा चौराहे से बाईपास तक जायेगी तथा इसकी कुल लागत रू0 12220.79 लाख है जिस पर राज्य सरकार के सेतु निगम द्वारा रू0 10300.79 खर्च किया जायेगा तथा रेलवे द्वारा रू0 1920 लाख खर्च किया जायेगा तथा यह ओवरब्रिज दिसम्बर 2023 तक पूरा हो जायेगा। इस ओवरब्रिज के बनने से अयोध्या के यातायात में बेहतर सुधार होगा तथा यातायात की सुगम सुविधा होगी।
मुख्यमंत्री द्वारा अयोध्या विकास प्राधिकरण द्वारा निर्माण किये जा रहे बहुउद्देशीय मल्टी पार्किंग स्थल का निरीक्षण किया गया। यह मल्टीलेबल पार्किंग इस साल के अंत तक पूरा होने की संभावना है तथा इसमें लगभग 221 दुकानें भी बनायी जा रही हैं जो आम लोगों के लिए नियमानुसार आवंटित की जायेगी।
मुख्यमंत्री द्वारा अशर्फी भवन रोड स्थित कटरा प्राथमिक विद्यालय का निरीक्षण किया गया तथा उपस्थित छात्र छात्राओं से बातचीत की गयी एवं अच्छा राष्ट्रभक्त अनुशासिक नागरिक बनने हेतु प्रेरणा हेतु संदेश दिया गया तथा बच्चों को मुख्यमंत्री जी द्वारा विशेष रूप से दुलार किया गया।
अगले चरण में मुख्यमंत्री ने मलिन बस्ती कटरा अशर्फी भवन रोड रामकोट में बसंती के घर पर आयोजित सहयोगी मंत्री एवं अयोध्या मण्डल के प्रभारी मंत्री अरविन्द कुमार शर्मा के साथ सहयोगी राज्यमंत्री प्रतिभा शुक्ला महिला एवं बाल विकास कल्याण मंत्री तथा राज्यमंत्री धर्मवीर प्रजापति के साथ बसंती एवं उनके परिवार के साथ भोजन किया तथा इनके परिवार में घुल मिल गये कि लगा ही नही यह प्रदेश के मुख्यमंत्री है किसी दलित के घर खाना खा रहे है और उनके बच्चों को अपने पास बैठाकर आर्शीवाद भी दिया। मुख्यमंत्री द्वारा सर्किट हाउस में आये हुये अयोध्या के साधु संतों एवं जनप्रतिनिधियों से संक्षिप्त मुलाकात की तथा सभी से अयोध्या के विकास और इसके विजन के विकास को मूर्तरूप देने में सहयोग का आह्वान किया। मुख्यमंत्री ने गुप्तारघाट पर अखिल भारतीय क्षत्रिय परिषद द्वारा आम लोगों के सहयोग से स्थापित महाराणा प्रताप की मूर्ति के अनावरण में भाग लिया।