चक्रवाती तूफान ने ढाया कहर, त्राहि-त्राहि कर उठे किसान

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सैकड़ों हेक्टेयर फसल का सत्यानाश
पेड़ गिरने से मार्ग भी हुए अवरुद्ध, मकान भी गिरे
गोंडा। गुरुवार को दोपहर बाद आए चक्रवाती तूफान ने जिले के दो तहसील तरबगंज व करनैलगंज क्षेत्रों में ऐसी तबाही मचाई की किसान पेट पकड़कर बैठ गए। अपने खून पसीने से सींच कर फसल तैयार कर अपने अरमान पूरे करने पर पानी फिर गया। चक्रवाती तूफान के साथ ओले भी गिरे और खेतों में खड़ी फसल नष्ट हो गई। सबसे अधिक नुकसान पकी खड़ी गेहूं व मक्के की खड़ी फसल को हुई। जो फसल कटकर खेत में सूखने के लिए डाली गई वह बरसात से बर्बाद हो गई।
उमरी बेगमगंज क्षेत्र में कई पेड़ व बिजली के खंभे धराशाई हो गए। पेड़ों के गिरने से आवागमन भी बाधित हुआ। गेहूं की फसलें भीग कर बर्बाद हो गईं। तेज हवाओं में उड़ गई अमृत विचार प्रतिनिधि ग्राउंड जीरो पर जाकर हकीकत परखी तो चौंकाने वाला मंजर सामने आया। हर 50 कदम पर आफत की आंधी का कहर दिखा। कहीं पेड़ गिरे थे तो कहीं गेहूं की फैसलें बर्बादी के कगार पर दिखी। लोगों के फूस के आशियाने तेज हवाओं में ध्वस्त हो गये। ग्राम पंचायत बरौली में दीवाल गिरने से एक महिला कल्लू सिंह की माता का हाथ टूट गया तथा बरौली बगिया में पेड़ गिरने से राम अवतार यादव की दो भैंसों की मौत हो गई। जगजीवन सिंह का बेटा अंकुर चोटिल हो गया। मुकुंदपुर निवासी तुलसीराम का बेटा जितेंद्र भी टीन सेड गिरने से चोटिल हो गया। उमरी में पेड़ गिरने से राजू सिंह के गाय की मौत हो गई। सुखमन पुरवा के कुलदीप सिंह की भैंस के ऊपर पेड़ गिरने से बुरी तरह से घायल है। ऐली परसौली के माझा इलाके में शालिगराम की पांच बकरियों की मौत हो गई। संतोष सिंह की भैंस बुरी तरह से चोटिल हो गई। अयोध्या के चौरासी कोसी परिक्रमा मार्ग पर मुकुंदपुर में संचालित श्री राम गौशाला का टीन शेड उड़कर ध्वस्त हो गया जिससे गौवंशों की रख रखाव में बहुत बड़ी समस्या खड़ी कर दी।
सेमरी कला के शीशमणि मिश्र कहते हैं कि 10 बीघा गेहूं काटकर थ्रेसिंग के लिए रखा था जो तेज हवाओं में कहां गायब हो गया कुछ पता ही नहीं चला। प्रभात सिंह ने बताया कि गेहूं काटा गया था लेकिन एक सप्ताह में तीन बार भीगने से दाने काले पड़ सकते हैं। हुकुम दत्त कहते हैं कि अभी गेहूं नहीं कट पाया था जिस पेड़ पर ओला गिरा है वह पेड़ पूरी तरह से नष्ट हो गया। मुकुंदपुर के इंद्रजीत सिंह कहते हैं कि पशुओं के लिए बनाया गया शेड तूफान में उड़कर ध्वस्त हो गया।
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बृहस्पतिवार की शाम आए तूफानी चक्रवात में बिजली के खंभे टूटकर ध्वस्त हो गए जिससे क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति पूरी तरह से बंद हो गई। शुक्लागंज बेलसर उपकेंद्र के अंतर्गत उमरी बेगमगंज, सेमरीकला, हनुमंत नगर बाजार, भमैचा, सुखमन पुरवा, ऐली परसौली, शिवगंज बाजार, परसपुर फीडर के अंतर्गत सनौली मोहम्मदपुर, मुकुंदपुर, बरौली सहित कई गांव की बत्ती गुल है। अवर अभियंता अमोद कुमार ने बताया कि पुनर्निर्माण कार्य जारी है। जल्दी आपूर्ति बहाल की जाएगी।
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आंधी-पानी से करनैलगंज क्षेत्र में भारी नुकसान
गुरुवार शाम को आई तेज आंधी और बारिश ने करनैलगंज तहसील क्षेत्र में भारी तबाही मचाई। कंजेमऊ, मुंडेरवा, सकतपुर सरैयां के शिवाला मंदिर जैसे कई स्थलों पर पेड़ और बिजली के खंभे गिर गए, जिससे न केवल बिजली आपूर्ति ठप हो गई बल्कि गांवों के मुख्य रास्ते भी अवरुद्ध हो गए। प्राकृतिक आपदा का सबसे अधिक असर किसानों पर पड़ा है। तेज हवाओं और बारिश से खड़ी गेहूं की फसल को भारी नुकसान पहुंचा है। उपजिलाधिकारी भारत भार्गव ने जानकारी दी कि इस आपदा से तहसील क्षेत्र की लगभग आधी आबादी प्रभावित हुई है, जिसमें करीब 33 प्रतिशत गेहूं की फसल नष्ट हो गई है। उन्होंने बताया कि हल्का लेखपालों से रिपोर्ट मंगा कर नुकसान का आकलन किया जा रहा है और जल्द ही प्रभावित किसानों को राहत प्रदान की जाएगी।

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भीषण चक्रवात के बाद हल्का लेखपालों को अपने गांव में क्षति का आंकलन करने का निर्देश दिया गया है। जल्द ही राहत मुहैया कराई जाएगी।
– राजीव मोहन सक्सेना, उप जिलाधिकारी तरबगंज

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