*(08 अप्रैल 2024) का पंचांग*-
*मास-* चैत्र मास।
*पक्ष*- कृष्ण पक्ष।
*तिथि*- अमावस्या (रात 11:51 तक, तत्पश्चात् प्रतिपदा)।
*नक्षत्र*- उत्तराभाद्रपद (सुबह 09:30 तक तत्पश्चात् रेवती)।
*राहूकाल*- सुबह 07:19 से सुबह 08:54 तक। (इस काल में कोई भी शुभ कार्य का आरंभ नहीं किया जाता है)
*अग्नि वास*- स्वर्ग में (हवन करना अशुभ कारक है)।
*होमाहुति*- केतु।
*योग*- ऐंद्र (सायं 05:58 बजे तक, तत्पश्चात् वैधृति)।
*श्रीसंवत्*- 2080
*संवत्सर*- पिंगल।
*दिशाशूल*- पूरब में में (यात्रा जरूरी हो तो शीशा देखकर जाएं)
*वार-* सोमवार।
*अयन-* उत्तरायण।
*अभिजित शुभ मुहूर्त*- सुबह 11:38 से दोपहर 12:28 तक।
शुक्र पूरब में हैं।
*अमृत काल*- सुबह 05:58 से सुबह 07:23 तक।
*पंचक*- सुबह 05:44 से 09 अप्रैल,मंगलवार को सुबह 07:56 तक।
*भद्रा*- ………………….।
*सर्वार्थसिद्धि योग*- ………।
*मूल(सत्तइसा*- सुबह 09:30 से 10 अप्रैल, बुधवार को सुबह 06:35 तक।
*मूल का वास*- पृथ्वी पर।(अशुभ)
*राहूवास*- उत्तर-पश्चिम में।
*चंद्रवास*- उत्तर में।
*सूर्योदय*- सुबह 05:44 पर।
*सूर्यास्त*- सायं 06:16 पर होगा।
*शिववास*- गौरी के साथ (सुखप्रद)।
*व्रत एवं त्योहार*- पंचक एवं सोमवती अमावस्या।
*(आचार्य पंकज कृष्ण शास्त्री जी*)
*भागवत कथा प्रवक्ता*
*अयोध्या धाम*
9792366298
6391222903