8अप्रैल2024 क्या कहता है पंचांग क्या बोलते है नक्षत्र पढ़े आचार्य पंकज शास्त्री के लेख

0
139

*(08 अप्रैल 2024) का पंचांग*-

*मास-* चैत्र मास।
*पक्ष*- कृष्ण पक्ष।
*तिथि*- अमावस्या (रात 11:51 तक, तत्पश्चात् प्रतिपदा)।
*नक्षत्र*- उत्तराभाद्रपद (सुबह 09:30 तक तत्पश्चात् रेवती)।
*राहूकाल*- सुबह 07:19 से सुबह 08:54 तक। (इस काल में कोई भी शुभ कार्य का आरंभ नहीं किया जाता है)
*अग्नि वास*- स्वर्ग में (हवन करना अशुभ कारक है)।

*होमाहुति*- केतु।

*योग*- ऐंद्र (सायं 05:58 बजे तक, तत्पश्चात् वैधृति)।

*श्रीसंवत्*- 2080

*संवत्सर*- पिंगल।

*दिशाशूल*- पूरब में में (यात्रा जरूरी हो तो शीशा देखकर जाएं)

*वार-* सोमवार।

*अयन-* उत्तरायण।

*अभिजित शुभ मुहूर्त*- सुबह 11:38 से दोपहर 12:28 तक।

शुक्र पूरब में हैं।

*अमृत काल*- सुबह 05:58 से सुबह 07:23 तक।

*पंचक*- सुबह 05:44 से 09 अप्रैल,मंगलवार को सुबह 07:56 तक।

*भद्रा*- ………………….।

*सर्वार्थसिद्धि योग*- ………।

*मूल(सत्तइसा*- सुबह 09:30 से 10 अप्रैल, बुधवार को सुबह 06:35 तक।

*मूल का वास*- पृथ्वी पर।(अशुभ)

*राहूवास*- उत्तर-पश्चिम में।

*चंद्रवास*- उत्तर में।

*सूर्योदय*- सुबह 05:44 पर।

*सूर्यास्त*- सायं 06:16 पर होगा।

*शिववास*- गौरी के साथ (सुखप्रद)।

*व्रत एवं त्योहार*- पंचक एवं सोमवती अमावस्या।

*(आचार्य पंकज कृष्ण शास्त्री जी*)
*भागवत कथा प्रवक्ता*
*अयोध्या धाम*
9792366298
6391222903

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here