*(26 मार्च 2024) का पंचांग*-
*मास-* चैत्र मास।
*पक्ष*- कृष्ण पक्ष।
*तिथि*- प्रतिपदा (दोपहर 02:14 तक, तत्पश्चात् द्वितीया)।
*नक्षत्र*- हस्त (दोपहर 12:55 तक तत्पश्चात् चित्रा)।
*राहूकाल*- दोपहर 03:11 से दोपहर 04:43 तक। (इस काल में कोई भी शुभ कार्य का आरंभ नहीं किया जाता है)
*अग्नि वास*- पृथ्वी पर (हवन करना शुभ कारक है)।
*होमाहुति*- चंद्र।
*योग*- ध्रुव (रात्रि 09:33 बजे तक, तत्पश्चात् व्याघात)।
*श्रीसंवत्*- 2080
*संवत्सर*- पिंगल।
*दिशाशूल*- उत्तर में (यात्रा जरूरी हो तो गुड़ खाकर जाएं)
*वार-* मंगलवार।
*अयन-* उत्तरायण।
*अभिजित शुभ मुहूर्त*- सुबह 11:42 से दोपहर 12:31 तक ।
शुक्र पूरब में हैं।
*अमृत काल*- सुबह 06:50 से सुबह 08:37 तक।
*पंचक*- …………………..।
*भद्रा*- .……………………।
*सर्वार्थसिद्धि योग*- ………..।
*मूल(सत्तइसा*- …………।
*राहूवास*- पश्चिम में।
*चंद्रवास*- दक्षिण में।
*सूर्योदय*- सुबह 05:587 पर।
*सूर्यास्त*- सायं 06:10 पर होगा।
*शिववास*- गौरी के साथ (सुखप्रद)।
*व्रत एवं त्योहार*- चैत्र मास प्रारंभ।
*(आचार्य पंकज कृष्ण शास्त्री जी*)
*भागवत कथा प्रवक्ता*
*अयोध्या धाम*
9792366298/991701008