*(26 फरवरी 2024) का पंचांग*-
*मास-* फाल्गुन मास।
*पक्ष*- कृष्ण पक्ष।
*तिथि*- द्वितीया (रात्रि 10:02 तक, तत्पश्चात् तृतीया)।
*नक्षत्र*- उत्तराफाल्गुनी (देररात्रि 03:14 तक तत्पश्चात् हस्त)।
*राहूकाल*- रात्रि 07:55 से रात्रि 09:21 तक। (इस काल में कोई भी शुभ कार्य का आरंभ नहीं किया जाता है)
*अग्नि वास*- पृथ्वी पर (हवन करना शुभ कारक है)।
*होमाहुति*- मंगल।
*योग*- धृति (दोपहर 02:31 बजे तक, तत्पश्चात् शूल)।
*श्रीसंवत्*- 2080
*संवत्सर*- पिंगल।
*दिशाशूल*- पूरब में (यात्रा जरूरी हो तो दर्पण देखकर जाएं)
*वार-* सोमवार।
*अयन-* उत्तरायण।
*अभिजित शुभ मुहूर्त*- सुबह 11:51 से दोपहर 12:37 तक।
शुक्र पूरब में हैं।
*अमृत काल*- रात्रि 08:23 से रात्रि 10:11 तक।
*पंचक*- नहीं है।
*भद्रा*- ………………।
*सर्वार्थसिद्धि योग*- ………..।
*मूल(सत्तइसा*- …………।
*राहूवास*- उत्तर-पश्चिम में।
*चंद्रवास*- पूरब में।
*सूर्योदय*- सुबह 06:26 पर।
*सूर्यास्त*- सायं 05:56 पर होगा।
*शिववास*- सभा में (संताप)।
*व्रत एवं त्योहार*- …………..।
गृह क्लेश के वैदिक उपाय
आपको नियमित रूप से अपने घर में गंगाजल का छिड़काव करना चाहिए। इससे आपके घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश होगा।
*(आचार्य पंकज कृष्ण शास्त्री जी*)
*भागवत कथा प्रवक्ता*
*अयोध्या धाम* स्थान =राम जानकी मंदिर महा त्यागी आश्रम अयोध्या धाम
9792366298/9918701008