गोंडा। गर्मी के मौसम में सरकारी अधिकारियों व कर्मचारियों की लापरवाही से आम उपभोक्ता त्राहि-त्राहि कर रहे हैं। न दिन में चैन न रात में सुकून है। शुक्रवार शाम से शनिवार की शाम तक 40 बार बिजली की ट्रिपिंग से लोग परेशान रहे। 24 घण्टे में केवल 12 घंटे की ही बिजली की आपूर्ति हो सकी।
बिजली की समुचित व्यवस्था करने तथा आपूर्ति बाधित न हो इसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिया है। लेकिन गोंडा में मुख्य अभियंता से लेकर अवर अभियंता तक मस्ती की नींदे ले रहे हैं। बिजली की चोरी के नाम पर चल रहे अभियान में ये अधिकारी अपनी जेब भर रहे हैं लेकिन घटिया आपूर्ति सुधारने के लिए कोई प्रयास नहीं किया जा रहा है। गोंडा शहर में बिजली की अनियमित आपूर्ति से छोटे कारोबारों का दिवाला निकलने की नौबत आ गई है। आम उपभोक्ता को न दिन की चिलचिलाती धूप में चैन मिल रहा है न रात को सुकून से सो रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में तो चार घंटे की भी नियमित आपूर्ति नहीं हो पा रही है। सवाल यह है कि सरकार कह रही है कि बिजली की कोई कमी नहीं है फिर इस तरह की आपूर्ति क्यों है। इसका जवाब कोई अधिकारी देना नहीं चाहता है। बिजली आपूर्ति को लेकर आम उपभोक्ता में आक्रोश पनप रहा है। जनप्रतिनिधियों ने पूरी तरह से अपने कान बंद कर दिए हैं। आलम यह है शाम होते ही पल पल पर लाइट का आना जाना लगा रहता है लोग सोने के समय और रोड पर घूमते नजर आए वहीं बाहर घूम रहे लोगों से बात किया गया तो उनका कहना है पिछले 2 महीने से बिजली से हम लोग परेशान हैं रात में बिजली आती जाती रहती है ऐसे में बच्चे बूढ़े कोई सो नहीं पाते हैं बाहर मच्छर का प्रकोप है अगर हम लोग मिलते हैं तो कब मलेरिया वाला मच्छर पिया डेंगू का मच्छर मिल जाए कुछ पता नहीं सरकार को जल्द से जल्द इस पर ध्यान देना चाहिए हमारे जनपद के जितने नेता हैं उन लोगों के घर पर बड़ी व्यवस्थाएं होती है जिससे बिजली आए जाए कोई फर्क नहीं पड़ता।