2 मार्च आज का पंचांग क्या कहते है आज के नक्षत्र पढ़े आचार्य पंकज शास्त्री के लेख

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*(02 मार्च 2024) का पंचांग*-

*मास-* फाल्गुन मास।
*पक्ष*- कृष्ण पक्ष।
*तिथि*- सप्तमी (देररात्रि 03:56 तक, तत्पश्चात् अष्टमी)।
*नक्षत्र*- विशाखा (सुबह 10:35 तक तत्पश्चात् अनुराधा)।
*राहूकाल*- सुबह 09:19 से सुबह 10:46 तक। (इस काल में कोई भी शुभ कार्य का आरंभ नहीं किया जाता है)
*अग्नि वास*- पाताल में (हवन करना अशुभ कारक है)।

*होमाहुति*- गुरु।

*योग*- व्याघात (दोपहर 02:11 बजे तक, तत्पश्चात् हर्षण)।

*श्रीसंवत्*- 2080

*संवत्सर*- पिंगल।

*दिशाशूल*- पूरब में (यात्रा जरूरी हो तो अदरक खाकर जाएं)

*वार-* शनिवार।

*अयन-* उत्तरायण।

*अभिजित शुभ मुहूर्त*- सुबह 11:50 से दोपहर 12:37 तक।

शुक्र पूरब में हैं।

*अमृत काल*- अगले दिन सुबह 04:59 से सुबह 06:40 तक।

*पंचक*- नहीं है।

*भद्रा*- सुबह 06:21 से दोपहर 03:49 तक।

*भद्रा का वास*- पाताल में।

*सर्वार्थसिद्धि योग*- ………..।

*मूल(सत्तइसा*- …………।

*राहूवास*- पूर्व में।

*चंद्रवास*- पश्चिम में।

*सूर्योदय*- सुबह 06:21 पर।

*सूर्यास्त*- सायं 05:59 पर होगा।

*शिववास*- श्मशान में (मृत्यु तुल्य)।

*व्रत एवं त्योहार*- गजानन महराज प्राकट्य दिवस।

आज का उपाय
एक लोटे जल में काला तिल मिलाकर पीपल पर अवश्य चढ़ाएं

*(आचार्य पंकज कृष्ण शास्त्री जी*)
*भागवत कथा प्रवक्ता*
*अयोध्या धाम*
9792366298/9918701008

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