*मास-* फाल्गुन मास।
*पक्ष*- कृष्ण पक्ष।
*तिथि*- षष्ठी (देररात्रि 03:39 तक, तत्पश्चात् सप्तमी)।
*नक्षत्र*- स्वाती (सुबह 09:21 तक तत्पश्चात् विशाखा)।
*राहूकाल*- सुबह 10:46 से दोपहर 12:14 तक। (इस काल में कोई भी शुभ कार्य का आरंभ नहीं किया जाता है)
*अग्नि वास*- पृथ्वी पर (हवन करना शुभ कारक है)।
*होमाहुति*- गुरु।
*योग*- ध्रुव (दोपहर 02:53 बजे तक, तत्पश्चात् व्याघात)।
*श्रीसंवत्*- 2080
*संवत्सर*- पिंगल।
*दिशाशूल*- पश्चिम में (यात्रा जरूरी हो तो दही खाकर जाएं)
*वार-* शुक्रवार।
*अयन-* उत्तरायण।
*अभिजित शुभ मुहूर्त*- सुबह 11:50 से दोपहर 12:37 तक।
शुक्र पूरब में हैं।
*अमृत काल*- अगले दिन सुबह 05:12 से सुबह 06:56 तक।
*पंचक*- नहीं है।
*भद्रा*- ………………।
*सर्वार्थसिद्धि योग*- ………..।
*मूल(सत्तइसा*- …………।
*राहूवास*- दक्षिण-पूर्व में।
*चंद्रवास*- पश्चिम में।
*सूर्योदय*- सुबह 06:22 पर।
*सूर्यास्त*- सायं 05:58 पर होगा।
*शिववास*- भोजन में (पीड़ा)।
*व्रत एवं त्योहार*- यशोदा जयंती।
आज का उपाय
माता रानी को पानी वाला नारियल चुनरी अवश्य चढ़ाएं
*(आचार्य पंकज कृष्ण शास्त्री जी*)
*भागवत कथा प्रवक्ता*
*अयोध्या धाम*
9792366298/9918701008