गोंडा। जिलाधिकारी डा. उज्ज्वल कुमार की अध्यक्षता में शनिवार को जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में हुई। नाराज डीएम ने लापरवाह तीन अधिकारियों का वेतन रोक दिया।
जिला स्वास्थ्य समिति द्वारा राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत चलाए जा रहे कार्यक्रमों की समीक्षा बैठक में प्रस्तावित एजेंडा के आधार पर यूपीएचएमआईएस हेल्थ डैशबोर्ड, मातृ स्वास्थ्य, बाल स्वास्थ्य, परिवार कल्याण, कम्युनिटी प्रोसेस, राष्ट्रीय कार्यक्रम नान कम्युनिकेबल डिजीज, एनसीडी, एनबीसीपी, आरएनटीसीपी, पीएमएमवीवाई, नियमित टीकाकरण, वैक्सीनेशन, जननी सुरक्षा व मातृ वंदना योजना के तहत भुगतान की स्थिति, आशा इन्सेन्टिव, हाई रिस्क प्रेग्नेंसी, ओपीडी व आईपीडी की स्थिति, प्राथामिक स्वास्थ्य केन्द्रों तथा सीएचसी पर बेडों की ऑक्यूपेंसी की स्थिति तथा वित्तीय समीक्षा सहित अन्य योजनाओं की जिलाधिकारी द्वारा गहन समीक्षा की गई। बैठक में जिलाधिकारी ने चीफ फार्मासिस्ट घनश्याम पांडेय, जिला लेखा प्रबंधक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन संदीप मल्होत्रा व डीसीपीएम डॉक्टर आरपी सिंह को कड़ी फटकार लगाते हुए वेतन रोकने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने खराब परफॉरमेंस वाले सीएचसी अधीक्षकों को निर्देश दिए कि वे एक सप्ताह में अपने से संबंधित कार्यक्रमों में प्रगति लाएं अन्यथा उनके द्वारा कठोर एक्शन लिया जाएगा। अंधता निवारण कार्यक्रम की समीक्षा में उन्होंने निर्देश दिए कि आंखों की जांच कराने के लिए कैम्प आयोजित कराएं जाएं तथा जरूरतमंदों को निःशुल्क चश्मे का वितरण कराया जाय।
इस अवसर पर सीएमओ डॉक्टर रश्मि वर्मा, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी एपी सिंह, जिला पंचायत राज अधिकारी लालजी दूबे, प्रभारी जिला कार्यक्रम अधिकारी, प्रमुख अधीक्षक जिला अस्पताल, सीएमएस महिला अस्पताल डा शालू महेश, डीसीपीएम डा आरपी सिंह समस्त सीएचसी अधीक्षक, जिला पूर्ति अधिकारी कृष्ण गोपाल पांडेय, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अखिलेश प्रताप सिंह सहित डब्ल्यूएचओ यूनिसेफ के अधिकारी एवं समस्त सीएचसी अधीक्षक तथा अन्य संबंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे।