देश के भविष्य नौनिहालों के साथ खेल रही हैं प्रधाना अध्यापिका जब मर्जी कहता है तो स्कूल को बंद कर ताला लगा देते हैं,
बस्ती जिले के सदर विकासखंड के श्रीपालपुर न्याय पंचायत के कम्पोजिट पूर्व माध्यमिक विद्यालय कुशम्हा को बिना किसी पूर्व सूचना के प्रधानाध्यापिका अर्चना श्रीवास्तव द्वारा शनिवार को बंद कर दिया गया बच्चे जब स्कूल पहुंचे तो गेट पर ताला लटकता हुआ पाया। बच्चे काफी देर तक विद्यालय के सामने खड़े रहे घंटों समय बीत जाने के उपरांत जब विद्यालय में तैनात कोई भी अध्यापक नहीं दिखाई पड़ा और ना ही ताला खुला तो बच्चों ने आसपास के लोगों से पता किया। जानकारी करने पर पता चला कि प्रधानाध्यापिका स्कूल में ताला जड़कर कक्षा 5,6,7,8 के बच्चों तथा सहयोगियों को लेकर को लेकर शैक्षणिक भ्रमण पर गोरखपुर गई हैं। आसपास के ग्रामीणों से पूछने पर पता चला की मैडम द्वारा बच्चों से शैक्षणिक भ्रमण के नाम पर 3:00 -300 रुपए की वसूली की गई है, जिन बच्चों द्वारा भ्रमण के नाम पर पैसा दिया गया है उन बच्चों को लेकर तथा विद्यालय में तैनात अध्यापकों को साथ लेकर प्रधानाध्यापिका शैक्षणिक भ्रमण के लिए विद्यालय बंद कर गोरखपुर चली गईं। वही जो छात्र-छात्राएं अध्यापिका को टूर का पैसा नहीं दिए उनको लेकर नहीं गई और जब बच्चे स्कूल आए तो स्कूल में ताला लटकता रहा सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या उच्च विद्यालय के सभी टीचर चले गए टूर पर विद्यालय बंद कर विद्यालय जब बंद होता है जब जिलाधिकारी महोदय के निर्देश पर
ग्राम वासियों ने कहा की अध्यापिका बेसिक शिक्षा विभाग में चलती है जब मर्जी होता है तो इसके लिए बंद कर देती हैं, इनके खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं होती है सत्ता के गलियारों में शिक्षिका की पकड़ ऊपर तक है
वहीं इस मामले के संबंध में जब जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी इंद्र कुमार प्रजापति से बात की गई तो उन्होंने मामले में अनभिज्ञता जाहिर करते हुए कहा कि विद्यालय बंद होने का कोई आदेश नहीं है फिलहाल यदि ऐसा किया गया है तो यह गलत है जांच कर उचित कार्यवाही की जाएगी। कैमरे पर बोलने से बीयर से इनकार किया कहे पहले जांच हो जाए तब कैमरे पर बोलेंगे