सड़क बनी सैलाब, 7 माह पहले सांसद ने किया था शिलान्यास
तीन बार कैंसिल हो चुका है टेंडर
अधिकारियों की लापरवाही से पांच सड़कों की स्थिति बदहाल
मसकनवा (गोंडा) । विकास कार्य के प्रति अधिकारी कितने संवेदनशील हैं, उसके लिए एक नमूना ही पर्याप्त है। एक सड़क सैलाब बन चुकी है और उस पर एक गिट्टी तक नहीं डाली गई। जबकि 7 महीने पहले सांसद गोंडा ने इसका शिलान्यास किया था और शासन द्वारा स्वीकृत सड़क के निर्माण की जानकारी आम लोगों को दी थी। अधिकारियों व ठेकेदारों की सेटिंग न होने से इसका तीन बार टेंडर कैंसिल किया जा चुका है।
आपको बता दें कि चांदनी चौक से बस्ती बॉर्डर होते हुए स्वामी नारायण छपिया जाने वाली सड़क का निर्माण कार्य होना था। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत गोंडा सांसद कीर्तिवर्धन सिंह के प्रस्ताव पर चयन किया गया। केवल यही नहीं उनके क्षेत्र में 4 अन्य सड़कों का भी पीएमजीएसवाई के तहत चयन हुआ था। करीब 30 करोड़ की लागत से इन पांच सड़कों का निर्माण किया जाना था।
इसका शिलान्यास गोंडा सांसद कीर्ति वर्धन सिंह और गौरा विधायक प्रभात वर्मा ने 24 दिसंबर 2021 को ही कर दिया था। मसकनवा सिकंदरपुर रोड से चांदनीचौक पायरखास तक जाने वाली इस सड़क की लागत 5.80 करोड़ है। इसके लिए तीन बार आमंत्रित टेंडर को ग्रामीण अभियंत्रण विभाग ने कैंसिल कर दिया। बताया जाता है कि इसमें अधिकारियों व ठेकेदार के बीच सेटिंग नहीं हो पाई। अब चौथी बार फिर टेंडर आमंत्रित किया गया है। इस नूराकुश्ती में आम जनता पिस रही है।
सात माह में केवल सड़क का शिलान्यास ही हुआ अभी तक इस पर कोई निर्माण कार्य शुरू नहीं किया गया। बरसात में यह सड़क सैलाब बन चुकी है। लोगों को इस कीचड़ युक्त मार्ग से गुजरने के लिए मजबूर होना पड़ता है। निर्माण होना बहुत ही जरूरी है क्योंकि इस समय बरसात में पूरी तरह से यह सड़क सैलाब बन चुकी है। यहां के लोगों का कहना है कि आज लगभग 20 साल से सड़क वैसे की वैसी पड़ी है।
शिलान्यास के समय क्षेत्र के लोगों में जितनी ही खुशी व्याप्त थी उतना ही आज लोगों को दुख हो रहा है। जब इस सड़क का निर्माण कार्य शिलान्यास के 7 महीने बाद भी नहीं शुरू हुआ तो लोगों की आशाएं टूटती जा रही हैं। सांसद कीर्तिवर्धन सिंह ने कहा कि आर ई एस के अधिकारी भ्रष्ट हैं। बरसात में जनता परेशान है। यदि इन सड़कों पर काम शुरू हो गया होता तो अब इनका निर्माण पूरा हो गया होता। इन अधिकारियों की शिकायत मुख्यमंत्री से मिलकर करेंगे। जनहित के कार्य में विलंब होने पर अधिकारी बख्शे नहीं जाएंगे। चाहे वे किसी भी विभाग के हों। गौरा विधानसभा के विधायक प्रभात वर्मा ने कहा कि अधिकारियों की ठेकेदारों से सेटिंग न होने के कारण बार बार टेंडर कैंसिल किए जा रहे हैं। एक सड़क का टेंडर तीन बार कैंसिल किया गया है। चौथी बार टेंडर लगा है।
इनसेट
इन सड़कों का निर्माण अधर में
स्वीकृत मार्ग एवं लागत
बभनान खोड़ारे रोड से दहलवा तक 4.42 करोड़
मनकापुर मसकनवा रोड से कठार तक 4.53 करोड़
बभनान गौराचौकी रोड से कछई पुरवा तक 6.00 करोड़
मसकनवा सिकंदरपुर रोड से चांदनीचौक पायरखास 5.80 करोड़
गौराचौकी चंद्रदीप रोड से माझाखुर्द 4.41 करोड़
मसकनवा गौराचौकी रोड से ओमपुरवा 4.21