गोंडा/ 19 अप्रैल 2022,सीआईटीयू से संबद्ध संगठन यूपीएमएसआरए गोंडा इकाई द्वारा केंद्र सरकार द्वारा जीवन रक्षक दवाओं का दाम 10% बढ़ाने के फैसले को रद्द करने के लिए प्रधानमंत्री भारत सरकार को संबोधित मांग पत्र उप जिलाधिकारी के माध्यम से दिया गया। यूपीएमएसआरए प्रदेश सचिव कामरेड कौशलेंद्र पांडेय ने कहा कि भारत सरकार ने जीवन रक्षक दवाओं का दाम 10.7% बढ़ाने का आदेश दिया है जिससे दवाओं के दाम बेतहासा बढ़ेंगे। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के बजट में 4106 करोड़ रुपये की कटौती तथा आईसीएमआऱ के लिए 17 % बजट को कम करके देश की जनता को बाज़ार के हवाले कर दिया गया है। सार्वजनिक क्षेत्र में सुलभ और सस्ती स्वास्थ्य सेवा देश की सबसे बड़ी जरूरत है और इसकी अनदेखी के कारण भारत में 65 % जनता चिकित्सा व्यय अपने जेब से करती है। कामरेड पांडेय ने कहा कि प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना कोविड के दौरान गरीब और वंचित वर्गों के लिए स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने में विफल रहा, तमाम विफलताओं के बावजूद सरकार इस योजना के लिए बड़े और बेकार आवंटन जारी रखे हुए हैं पीएमजीएवाई का करीब 75% भुगतान निजी क्षेत्र को हुआ है। प्रधानमंत्री आरोग्य योजना को बंद करके सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली को मजबूत किया जाना चाहिए।
मांग पत्र में मुख्य रूप से दवाओं और चिकित्सा उपकरणों पर शुन्य जीएसटी, सकल घरेलू उत्पाद का 5% स्वास्थ्य देखभाल के लिए आवंटित करें, बहुराष्ट्रीय कंपनियों द्वारा भारतीय दवा कंपनियों का अधिग्रहण को रोकना, वैक्सीन उत्पादक इकाईयों सहित सार्वजनिक क्षेत्र की दवा कंपनियों को पुनर्जीवन करना, विदेशों पर निर्भरता से बचने के लिए ऐक्टिव फार्मास्युटिकल इंग्रेडियंट का उत्पादन सुनिश्चित करने, सभी दवाओं की कीमतों पर नियंत्रण लगाने व आवश्यक दवाओं की कीमतों को कम करने, पेटेंट कानून में कंपलसरी लाईसेंस के प्रावधान के माध्यम से सभी आवश्यक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चत करने, दवा के व्यापार में व्याप्त भ्रष्टाचार को रोकने के लिए दंड प्रावधान के साथ विपणन का एक वैधानिक कोड तैयार करने, दवाओं की आनलाइन बिक्री बंद करने तथा 800 से ज्यादा जीवन रक्षक दवाओं के दाम को 10.7% बढ़ाने के एनपीपीए के फैसले को वापस लिया जाये।
मांग पत्र देने के लिए विनीत तिवारी, आनंद सिंह, अभिषेक उपाध्याय, अंबरीष तिवारी, राहुल मिश्रा, सोनू शुक्ला, पंकज मिश्रा आदि उपस्थित रहे। मांग पत्र देने के बाद कचेहरी, जिला अस्पताल गोंडा में आम जनता के बीच लीफलेट बांटा गया जिसमें रमेश दूबे, विजय गुप्ता, अनिल मिश्रा, विवेकानंद, रवींद्र सिंह, विनोद यादव, जयंकार सिंह, आदि रहे।