यूपी में भाजपा की वापसी, पंजाब में ‘आप’ की सरकार
सर्वे एजेंसियों के इक्जिट पोल से निकला अनुमान
10 मार्च को मतगणना के बाद तय होगी ताजपोशी
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में अंतिम और सातवें चरण का मतदान समाप्त हो गया। छठे व सातवें चरण में करो मरो की स्थिति से गुजरने वाले दलों में किसकी ताजपोशी होगी यह तो 10 मार्च को तय होगा, लेकिन अंतिम चरण के मतदान समाप्त होते ही विभिन्न मीडिया के सर्वे एजेंसियों के इक्जिट पोल ने किसी को दुखी कर दिया तो किसी की बांछें खिल गयीं। इक्जिट पोल में सबसे फायदे में आम आदमी पार्टी दिख रही है। हरै न फिटकरी फिर भी माल चोखा। यह कहावत चरितार्थ होती दिखाई पड़ रही है। इंडिया टुडे एक्सिस पोल के हिसाब से पंजाब में आप को 76-90 सीटें मिलती दिख रही है। 117 में इतनी सीटों पर जीत का अनुमान राष्ट्रीय पार्टियों के हित चिंतकों को सोचने के लिए विवश कर दिया है।
आपसी लड़ाई के कारण सत्ता से बाहर दिख रही कांग्रेस
पंजाब में कांग्रेस की स्थिति के लिए आपसी लड़ाई व नूराकुश्ती को लोग कारण मान रहे हैं। पंजाब में कैप्टन अमरिंदर सिंह को सत्ता से बाहर कर नवजोत सिंह सिद्धू को पहले आगे करना फिर चरनजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री बनाने के लिए कसरत किया गया। चन्नी के सीएम बनते ही सिद्धू व चन्नी के बीच तलवार खिंच गई। पंजाब में कांग्रेस की अंदरूनी लड़ाई सड़क पर पहुंच गई। इसका फायदा न कैप्टन न अकाली दल ले सके लेकिन आम आदमी पार्टी ने उठाया और पंजाब में धमाकेदार उपस्थिति दर्ज कराई। स्थिति यह है कि एक क्षेत्रीय पार्टी राष्ट्रीय पार्टी बनने की राह पर है तो राष्ट्रीय पार्टी कांग्रेस क्षेत्रीय दल की ओर अग्रसर है। भाजपा की स्थिति पंजाब में पहले से ही खराब थी। अकाली दल के साथ गठबंधन के कारण वह पंजाब में सत्ता का सूख जरूर भोग चुकी है लेकिन अपने बूते पर वह कोई कमाल नहीं दिखा पाई है।