गोंडा जहां पर गोंडा के कई ब्लॉकों में मनरेगा के तहत कराए गए कार्यों में बड़ा भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है जिस पर लगातार जांच के बाद कार्रवाई की गई है अधिकारियों को इधर से उधर भी किया गया लेकिन अधिकारी और कर्मचारी और सफेदपोश लगातार सांठगांठ कर पैसों के बंदरबांट करने में लगे हुए गोंडा के झंझरी ब्लॉक और वजीरगंज ब्लॉक में लगातार शिकायत मिल रही थी कि मनरेगा के तहत कराए जा रहे कार्यो व सड़क निर्माण के बाद जो सिटीजन इंपॉर्टेंसॉन बोर्ड लगाए जाते हैं उनके नाम पर पैसे निकाल लिए गए जिस पर मुख्य विकास अधिकारी द्वारा जांच कराई गई जांच में सत्यता मिलने के बाद दोनों मामलों में एफआइआर दर्ज कराई गई है विभागीय कार्रवाई भी की जा रही है लेकिन बड़ा सवाल यह उठता है कि जब सड़क निर्माण के बाद बोर्ड लगवाने के नाम पर पैसे का बंदरबांट किया गया तो सड़क निर्माण में भी पैसो बंदरबांट किया गया होगा फिलहाल जांच के बाद स्थिति साफ हो जाएगी लेकिन बोर्ड लगवाने के नाम पर हुए बंदरबांट के मामलों में एफआइआर दर्ज कराई गई है।
वही पूरे मामले पर मुख्य विकास अधिकारी प्रशांत त्रिपाठी ने बताया है कि 2 ब्लाकों की शिकायत मिली थी जिसमें मनरेगा के तहत कराए गए कार्य में अनियमितता मिली थी झांसी ब्लाक में सिटीजन इंपॉर्टेंसॉन बोर्ड में अनियमितता की शिकायत मिली थी और दूसरा झंझरी ब्लॉक में मनरेगा के तहत कई अनियमितताएं मिली थी दोनों जांच कराई गई जांच के बाद एफ आई आर दर्ज कराई गई है विभागीय कार्रवाई की जा रही है झंझरी ब्लॉक में करीब 6:50 लाख की धनराशि के अंदर तक ही चाय थी वजीरगंज में कई मामलों की शिकायत थी तो एग्जैक्ट धनराशि नहीं पता है लेकिन f.i.r. का जो मामला है वह लाखों रुपए की अनियमितता को लेकर हुआ है।
बाइट:- शशांक त्रिपाठी मुख्य विकास अधिकारी गोंडा।