बिना किसी दोष के हुआ दण्डित जो
हां था कश्मीरी पंडित वो !
धरती पर जो स्वर्ग बसा उस स्वर्ग से सम्बन्धित था जो , हां था कश्मीरी पंडित वो …!
देश के उस बगीचे को करता रहता सुगंधित जो
हां था वो कश्मीरी पंडित वो …!
इतने वार सहकर ना हुआ असंधित जो
हां था कश्मीरी पंडित वो . ..!
अपनी ही धरती से दूर होकर हुआ पीड़ित जो
हां था कश्मीरी पंडित वो . ..
हां था कश्मीरी पंडित वो . ..
हां था कश्मीरी पंडित.