गोण्डा जिलाधिकारी डा0 उज्ज्वल कुमार की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में कर-करेत्तर एवं राजस्व कार्यों की मासिक समीक्षा बैठक संबंधित विभाग के अधिकारियों के साथ आयोजित की गई। बैठक में कर- करेत्तर, वाणिज्यकर, स्टाम्प एवं निबन्धन, आबकारी, परिवहन, ऊर्जा, नगर पालिका एवं नगर पंचायत, वन विभाग, अलौह खनन, कृषि विपणन/ मंडी समिति, सिंचाई आदि बिन्दुओं पर चर्चा की गई।
जिलाधिकारी ने कर- करेत्तर एवं लक्ष्य वसूली के सम्बन्ध में उपस्थित अधिकारियों को निर्देश दिये कि लम्बित राजस्व वादों का शीघ्र सुनवाई करके निस्तारण किया जाय। कुछ तहसीलों में लक्ष्य के अनुरूप वादों का निस्तारण न किये जाने पर नाराजगी व्यक्त करते हुये तत्काल लक्ष्य निर्धारित करने के निर्देश दिये। उन्होंने स्टाम्प वाद, राजस्व संहिता के अविवादित वरासत, अविवादित दाखिल खारीज, तालाब, आवासीय भूमि, कृषि भूमि आदि, चकमार्ग तथा सार्वजनिक उपयोग की भूमि व तालाब पोखरों आदि से हटाये गये अतिक्रमण एवं अवैध कब्जे पर विस्तार से चर्चा की।
वहीं जिलाधिकारी ने सभी संबंधित को निर्देशित किया कि खतौनी अंश निर्धारण की कार्यवाही, स्वामित्व योजना, रोस्टर के अनुसार खतौनियों का दाखिला, एंटी भू माफिया जैसे कार्यों पर अब तक किये गये कार्यों की प्रगति को बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने वाणिज्य कर, स्टाम्प एवं रजिस्ट्रेशन, आबकारी, परिवहन, ऊर्जा विभाग, नगर विकास, वन विभाग, खनन आदि विभागों को पिछले वित्तीय वर्ष में निर्धारित लक्ष्य के सापेक्ष कार्यों की जानकारी लेने के साथ जिन विभागों का लक्ष्य पूरा नहीं पाया गया, उन पर नाराजगी व्यक्त व्यक्त करते हुए जल्द से जल्द लक्ष्य को पूर्ण करने के निर्देश दिए।
उन्होंनें समस्त उप जिलाधिकारी/तहसीलदारों को निर्देशित करते हुये कहा कि सभी तहसीलों में अमीनों का प्रस्तर चेक करें, साथ ही उनके साथ सम्बद्ध कार्मिकों की भी जांच कर ली जाये, यदि कोई गबन आदि पाया जायी तो सम्बन्धित के खिलाफ एफ0आई0आर0 दर्ज करायी जायेगी। उन्होंने समस्त प्रभारी अधिकारियों को अपने-अपने पटल का निरीक्षण करने के निर्देश दिए।
बैठक में अपर जिलाधिकारी (वि0/रा0) सुरेश कुमार सोनी, मुख्य राजस्व अधिकारी जयनाथ यादव, नगर मजिस्ट्रेट अर्पित गुप्ता, समस्त उपजिलाधिकारी/तहसीलदार सहित समस्त सम्बन्धित लोग उपस्थित रहे।