गोंडा आप बहुत कम ही सुने होंगे कि कोई पुत्री अपने पिता के विरुद्ध दो रिपोर्ट भी दर्ज कराएगी होगी । जिला मुख्याल के प्रतिष्ठित मारवाणी व्यापारी भगवान प्रसाद अग्रवाल की बड़गांव पुलिस चौकी से आगे बाईपास पर पूर्व सांसद स्वर्गीय सत्यदेव सिंह के आवास के सामने मशीनरी की दुकान और आवास दोनो है । भगवान प्रसाद अपनी बड़ी बेटी का शादी कर चुके हैं । जो अपने ससुराल रहती है । बड़ी बहन से छोटा भाई और उसके बाद एक छोटी बहन सृष्टि अग्रवाल है । जिसकी अभी शादी नहीं हुई है । भगवान प्रसाद की पत्नी मानसिक रोगी है जिसका इलाज चल रहा है । बेटी ने पिता पर लगाया आरोप सृष्टि अग्रवाल का आरोप है कि पिता भगवान प्रसाद उसकी मां और उसका ठीक से देखभाल नहीं करते और न ही दवा कराते हैं । जिसके कारण मां की जीविका उपार्जन और दवा के लिये मुझे चाय की दुकान चलानी पड़ रही है । पिता भगवान प्रसाद का कहना है कि किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं है । दवा भी करा रहे हैं और खाना का खर्च भी दे रहे हैं । पुत्री को जेब खर्च के लिये 3500 रुपये महीने दे रहा हूँ।
पुत्री और पत्नी को जिस चीज की जरूरत होती है वह सब उपलब्ध कराता हूं केवल मांग के अनुरूप पैसा नही दे रहा हूं । भगवान प्रसाद ने बताया कि लड़की कॉस्मेटिक की ब्यूटी पार्लर की व अन्य किसी की दुकान कर ले मैं भर्ती भी दे दूंगा और दुकान भी मेंटेन करा दूंगा । बस चाय की दुकान न करे । चाय की दुकान पर गलत लोगों का जमावड़ा हो रहा है और मेरी नाक भी कट रही है । घर मे विवाद होने के कारण पुत्री ने लिखाया था मुकदमा पिता पुत्री के विवाद को लेकर दर्जनों बार पुलिस व स्थानीय लोग समझौता भी करा चुके हैं । बावजूद इसके लडकी मानने को तैयार नहीं है । उसके द्वारा बार – बार यही आरोप लगाया जाता है कि पिताजी ठीक से हम लोगों से बात नहीं करते । अश्लील गाली देते हैं । विवाद को लेकर दो बार पिता के ऊपर मारपीट का मुकदमा भी नगर कोतवाली में दर्ज करा चुकी है ।