गोंडा मुख्यालय में अमृत सरोवर के सपनों पर पानी फेर रहे भूमाफिया

0
789

 गोंडा जहां प्रदेश सरकार अमृत सरोवर योजना के तहत तालाबों के सुंदरीकरण और जल संरक्षण की बात करती है और अधिकारी और कर्मचारी अमृत सरोवर योजना के तहत तालाबों के सुंदरीकरण में जुटे हुए हैं तो ठीक उसी के विपरीत गोंडा के शहर क्षेत्रों के लगभग एक दर्जन तालाब अपना अस्तित्व खोते नजर आ रहे हैं दबंग भू माफिया अवैध तरीके से तालाबों की पटाई करवा कर उस पर प्लाटिंग करवा रहे हैं यह कोई नई बात नहीं है अब तक शहर क्षेत्र कई तालाबों के किनारे पटाई कर कर बड़ी बड़ी बिल्डिंग बनाई जा चुकी हैं उसके बाद भी जो तालाब बचा है पटाई करवाई जा रही है अगर ऐसा ही होता रहा तो आने वाले दिनों में तालाब लुप्त हो जाएंगे और नगर मोहल्लों से निकलने वाले पानी को जिला प्रशासन कहां खापायेगा  पिछले वर्ष जब भारी बारिश हुई थी तो नगर वासियों  को जलभराव का भी सामना करना पड़ता है लेकिन नगरपालिका के अधिकारी चेत नहीं रहे हैं नगर पालिका प्रशासन और नगर पालिका चेयरमैन की उदासीनता और संलिप्तता कहीं ना कहीं जाहिर हो रही है आप देखेंगे कि क्षेत्रों के तालाबों के किनारे बड़ी बड़ी बिल्डिंग ही नजर आती है ।गोंडा शहर क्षेत्र के तालाबों की बात की जाए तो यहां पर प्रसादी तालाब- बभनी का बड़ा तालाब -पांडे तालाब- मवैया तालाब और आईटीआई के पास बड़ा तालाब जो अपने अस्तित्व खत्म करने की कगार पर है ऐसे ही कई तालाब हैं यह बात तो नगर क्षेत्र की हो गई अगर जिले के तालाबों की बात की जाए तो उसका आंकड़ा निकाल पाना अभी तक मुश्किल है ।वही अब पूरे मामले पर जिले की मुखिया जिलाधिकारी डॉ उज्जवल कुमार ने कहा कि लगातार तालाबों के पाटने की सूचना मिल रही थी जिस पर एक जिला स्तरीय कमेटी का गठन किया गया है जो नगर क्षेत्र के साथ-साथ जिले के तालाबों का भौतिक सत्यापन करेंगे और सत्यापन के बाद जो अतिक्रमण तालाबों पर किया गया है उस पर भी कार्रवाई की जाएगी।

वही गोंडा के जिलाधिकारी डॉ उज्जवल कुमार ने बताया है कि शहर के तालाबों को लेकर काफी शिकायतें आ रही थी कब्जा हो रहा है अतिक्रमण हो रहा तालाबों को पाटा जा रहा है इसीलिए जिला स्तरीय अधिकारी की अध्यक्षता में एक टीम का गठन किया गया जो अभिलेखों में दर्ज तालाब है इसका सत्यापन किया जाए और अतिक्रमण को नियमानुसार हटवाया जाए इसके लिए जिला स्तरीय टीम का गठन किया गया है ।साथ ही जो तालाब संरक्षित हैं उनके साथ सफाई करवाने के लिए यो को निर्देशित किया गया है और जो भी संरक्षित तालाब हैं जैसे राधाकुंड और सगरा तालाब और उसके प्रोजेक्ट का भी काम हो रहा है।

 अब देखने वाली बात यह होगी गोंडा में भू माफियाओं के चंगुल से जिला प्रशासन तालाब की जमीनों को वापस अमृत सरोवर में तब्दील कर पाती है या फिर कागजों में ही सिमट कर रह जाएगा अमृतसर सरोवर का प्रदेश सरकार का सपना जनपद के मुख्यालय में लगभग तालाबों पर भू माफियाओं ने कब्जा जमा रखा है गोंडा जिला हॉस्पिटल के सामने कॉलोनी में प्रतिष्ठित डॉक्टर के आवास कम हॉस्पिटल के सामने तालाब पर भी काफी हद तक कब्जा हो गया है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here