बस्ती जिले में सोमवार को दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन परंपरागत तरीके से अमहट घाट पर किया गया। बड़ी संख्या में देवी प्रतिमाओं के साथ चल रहे श्रद्धालु डीजे के धुन नृत्य करते हुए मां भगवती के नाम के जयकारे लगाते हुए विसर्जन स्थल तक पहुंचे। विसर्जन से पूर्व मां भगवती और अन्य देवी देवताओं की आरती उतारी गई। उसके बाद प्रतिमाओं को कुआनो नदी में विसर्जित किया गया। विसर्जन कार्य शाम से शुरू हुआ, जो भोर तक चला। लगभग तीन सौ प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया।
प्रतिमा विसर्जन कड़ी सुरक्षा के बीच देरशाम से शुरू हुआ जो देर रात तक चलता रहा। दुर्गा प्रतिमाओं के विसर्जन को लेकर क्षेत्र में पुलिस के जवान , यातायात पुलिस तथा बड़ी संख्या में होमगार्ड के जवान लगाए गए थे। जगह जगह पर लगी पिकेट ड्यूटी भीड़ को नियंत्रित करने एवं यातायात व्यवस्था बनाए रखने के लिए जुलूस मार्ग में आने वाले चौराहों गलियों के मोड़ो पर लगाई गई थी। इसमें आवश्यकता अनुसार पुलिस लगाई गई थी।। पिकेट ड्यूटी का काम गलियो से किसी भी प्रकार के वाहन को जुलूस के मार्ग की तरफ आने से रोकना था।
भीड़ को नियंत्रित करने एवं यातायात व्यवस्था बनाए रखने के लिए कई स्थानों पर बैरियर लगाकर यातायात डायवर्जन की व्यवस्था की गई थी। मेला क्षेत्र में शांति व्यवस्था और यातायात व्यवस्था बनाए रखने एवं छेड़खानी और अपराध की घटनाओं पर अंकुश लगाने के क्रम में मोबाइल पार्टियां लगाई गई थीं। छेड़छाड़ की घटनाओं को रोकने के लिए सादे ड्रेस में उपनिरीक्षक, महिला उपनिरीक्षक, आरक्षी और महिला आरक्षी लगाए गए थे । विसर्जन के दौरान नदी में होने वाली किसी भी दुर्घटना के लिए 10 नाव, लाइफ जैकेट तथा 10 गोताखोर लगाए गए हैं जो किसी भी घटना को रोकने के लिए अलर्ट रहे। अमहट घाट पर तैनात एसडीएम सदर शैलेश दुबे ने बताया राजस्व के 20 कर्मचारियों को मूर्ति विसर्जन के लिए लगाया गया है जिनमें पांच राजस्व निरीक्षक तथा 15 लेखपालों की ड्यूटी लगाई गई है मौके पर नायब तहसीलदार कृष्ण कुमार मिश्रा, सी ओ हरैया शेषमणि उपाध्याय, थानाध्यक्ष पैकोलिया दुर्गेश पांडे सहित तमाम पुलिस के जवान मौजूद रहे।
बाइट = उप जिला अधिकारी बस्ती सदर
बस्ती से श्रद्धानंद मिश्रा की रिपोर्ट