करनैलगंज(गोंडा)। क्षतिग्रस्त पुलिया राहगीरों के लिये मुशीबत बन चुकी है। मगर जिम्मेदार अधिकारी उसे गम्भीरता से नही ले रहे हैं। प्रकरण विकास खण्ड हलधरमऊ अंतर्गत ग्राम नगवा कला से जुड़ी है। यहां के निवासी लक्ष्मी शंकर तिवारी ने मुख्यमंत्री पोर्टल के माध्यम से आन लाइन शिकायत किया है। शिकायतकर्ता ने बताया कि करनैलगंज मलौना मार्ग से ग्राम नगवाकला पांडेय पुरवा जाने वाले मार्ग पर सड़क निर्माण के साथ लोक निर्माण विभाग द्वारा पुलिया का निर्माण कराया गया था। जो अब जर्जर हो चुकी है। पुलिया के दोनों तरफ बनाया गया साइड टूट कर ध्वस्त हो गया है। जिससे आये दिन लोग सड़क से सीधे नहर में गिर जाते हैं। यदि पुलिया के मरम्मत नही कराया गया तो कोई बड़ी घटना घटित हो सकती है। उन्होंने जनहित में पुलिया का मरम्मत कराये जाने की मांग की है। लोक निर्माण विभाग के अवर अभियंता अवधेश बौद्ध ने बताया कि प्रकरण संज्ञान में है। उच्चाधिकारियों को अवगत कराया जा रहा है। जल्द ही पुलिया का मरम्मत कराया जायेगा।
करनैलगंज(गोंडा)। नाले के भूमि पर संचालित ईंट भट्ठा की शिकायत तहसील दिवस में अपर जिलाधिकारी को प्रार्थना पत्र देकर की गई है। वहीं पूर्व में जांच, पैमाइस के लिये गठित टीम ने शिकायत सही पाये जाने पर बेदखली की रिपोर्ट उच्चाधिकारियों के समक्ष प्रस्तुत किया है। प्रकरण विकास खंड करनैलगंज अंतर्गत ग्राम दूदा से जुड़ा है। यहां के निवासी अधिवक्ता सचिन कुमार सिंह ने सम्पूर्ण समाधान दिवस में अपर जिलाधिकारी को प्रार्थना पत्र दिया है। जिसमे कहा गया है कि ग्राम दूदा में गांव से मात्र 300 मीटर की दूरी पर नाले की सरकारी भूमि पर एक ईंट भट्ठा संचालित हो रहा है। उन्होंने नाले को भूमि से भट्ठा हटवाने की मांग की है। सचिन कुमार सिंह ने बताया कि उसने पूर्व में इसकी शिकायत की थी, जिस पर हल्का लेखपाल को प्रकरण की जांच सौंपी गई थी। जांच में शिकायत सही पाये जाने पर हल्का लेखपाल ने तहसीदार के समक्ष रिपोर्ट प्रस्तुत कर दिया। उसके बाद भी पुनः टीम गठित करके पैमाइस कराई गई है। प्रभारी आरआई सुजीत भारती ने बताया कि गठित टीम के साथ नाले की सरकारी भूमि की पैमाइस की गई। जिसमें नाले की भूमि पर ही ईंट भट्ठा का संचालन होता पाया गया है। बेदख़ली कि रिपोर्ट उच्चाधिकारियों के समक्ष प्रस्तुत की जा चुकी है। तहसीदार पुष्कर मिश्रा ने बताया कि टीम द्वारा प्रस्तुत रिपोर्ट बेदखली की कार्रवाई के लिये एसडीएम के समक्ष प्रस्तुत की गई है।