मैजापुर चीनी मिल की संपत्ति पर अवैध कब्जा और ईंट चोरी: मुकदमा दर्ज करने की मांग
गोण्डा। मैजापुर चीनी मिल, गोण्डा से जुड़ी एक गंभीर घटना सामने आई है, जिसमें चीनी मिल की जमीन पर रखी 2000 ईंटों की चोरी का आरोप लगाया गया है। घटना की सूचना मिलते ही मिल प्रशासन ने पुलिस से उचित कार्रवाई की मांग की है, जिससे मिल के कार्य संचालन और किसान समुदाय की रोज़ी-रोटी प्रभावित न हो।
मिली जानकारी के अनुसार, मिल की जमीन पर स्थित एक गेट और दीवार पर न्यायालय द्वारा पहले से ही स्थगन आदेश है, जो किसी भी अवैध हस्तक्षेप को रोकता है। इसके बावजूद, पुनीता मिश्रा, उनके भाई भारद्वाज मिश्रा और 5-6 अज्ञात सहयोगियों ने कथित तौर पर इस आदेश का उल्लंघन करते हुए मिल की बाउंड्री वॉल के पास रखी 5000 ईंटों में से 2000 ईंटों की चोरी कर ली। यह घटना बीते रात्रि लगभग 10 बजे से 11 बजे के बीच की है।
चोरी की यह घटना तब और अधिक चर्चा में आई, जब पुनीता मिश्रा ने खुद इसे सोशल मीडिया प्लेटफार्म ‘गोण्डा की सच्चाई’ पर वीडियो और फोटो के रूप में वायरल कर दिया। इस घटना से न केवल चीनी मिल को भारी नुकसान हुआ है, बल्कि इससे आगामी गन्ना पेराई सत्र 2024-25 के संचालन पर भी सवाल खड़ा हो गया है। मिल के अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि अगर इस प्रकार की घटनाएं जारी रहीं तो गन्ना पेराई सत्र का समय पर शुरू होना मुश्किल हो जाएगा, जिससे लगभग 3,000 कर्मचारियों और 26,000 किसानों की आजीविका पर संकट उत्पन्न हो सकता है।
मिल प्रशासन ने इस मामले को लेकर पुलिस से तत्काल उचित कानूनी धाराओं के तहत मुकदमा पंजीकृत करने की अपील की है। चीनी मिल का दावा है कि पुनीता मिश्रा और उनके सहयोगियों के खिलाफ पहले से ही गंभीर धाराओं में कई मामले दर्ज हैं।
अधिकारी ने पुलिस से अनुरोध किया है कि वह इस आपराधिक घटना का संज्ञान लें और संबंधित थाना कटराबाजार के पुलिस अधिकारियों को निर्देशित करें कि इस मामले में कठोर कार्रवाई की जाए। साथ ही, मिल से जुड़े कर्मचारियों और किसानों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए ताकि वे निर्भय होकर अपना काम कर सकें।
मिल प्रशासन का कहना है कि अगर इस प्रकार की घटनाएं नहीं रोकी गईं, तो यह न केवल मिल के कामकाज पर प्रभाव डालेगा बल्कि किसानों की आजीविका पर भी प्रतिकूल असर डालेगा