आतंकी गतिविधियों में सम्मिलित सद्दाम शेख निकला रंजीत घरुक

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रंजीत घरुक कैसे बना,सद्दाम सेख

डेस्क रिपोर्ट :-

गोंडा बीते दिनों देहात कोतवाली क्षेत्र के अंदर करनपुर पठान पुरवा गांव के सद्दाम शेख आतंकी गतिविधियों में लिप्त होने की जानकारी उत्तर प्रदेश एटीएस ने दिया था यूपी एटीएस ने प्रेस नोट जारी कर बताया था तमाम आतंकी संगठन में सद्दाम से की गतिविधियां मिली थी सद्दाम से 2005 में राकेश भुज के साथ गोंडा आया था और 2010 में सद्दाम देखने रुबीना नाम की लड़की से विवाह किया था। सद्दाम शेखन कूट रचित दस्तावेज तैयार कर अपना आधार कार्ड भी सद्दाम शेख के नाम बनाया और जमीन भी बैनामा करवाया सद्दाम शेख अधिकतर बाहर ही रहता था और हर महीने पत्नी रुबीना को खर्च भेजता था ऐसा सद्दाम शेख की पत्नी रुबीना ने बताया था।

यूपी एटीएस ने सद्दाम से जुड़े तीन लोगों को गिरफ्तार किया और 14 दिन के रिमांड पर सद्दाम शेख को लेने के बाद जो पूछताछ में बात निकाल कर आई सबको चौंका देने वाला बात था

क्योंकि सद्दाम शेख का असली नाम रंजीत घरुक ये तरबगंज और बेलसर के बीच बसेड़ी गांव का रहने वाला रंजीत घरुक कैसे संलिप्त हुवा आतंकी गतिविधियों में शामिल।

बसेड़ी गांव के लोगों के अनुसार 14 वर्ष की अवस्था में रंजीत अपने पिता के साथ मुंबई में रहता था रंजीत ने पिता की जेब से पैसे की चोरी की जिससे पिता को जानकारी हुई और पिता ने रंजीत को मारा पीटा जिससे आहत होकर रंजीत ने घर छोड़ दिया रंजीत 2005 में राकेश भूज के साथ गोंडा पहुंच और नए नाम सद्दाम शेख के नाम से चर्चित हुआ रंजीत ने क्यों इस्लाम कबूल किया और हिंदू से मुस्लिम कैसे बना इस सब के पीछे। का क्या है राज अभी तक नहीं पता चल पाया लेकिन आशा है UP ATS 14 दिन के डिमांड में सब कुछ पता लगा लेगी। रंजीत के पिताजी मुंबई के मलाड में अंडर गारमेंट के व्यवसाय करते हैं साल में एक बार या दो बार गोंडा आते हैं अपने गांव में और खुद ही अपना खाना बनाते खाते है, अपने भाई वी गांव वालों से भी कोई मतलब रंजीत के पिता का नहीं रहता है ऐसा गांव वाले बताते हैं।

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