खबर उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले से है जहां एक बार फिर कर्नलगंज तहसील के अंतर्गत कादीपुर गांव में मुखबधिर की जमीन का मामला गरमा गया है ।
जी हां आपको बताते चले बीते दोनों जिला अधिकारी नेहा शर्मा को शिकायत प्राप्त हुई थी की गोमती नाम के व्यक्ति ने जड़ बुद्धि नाम का मुख बधिर जिसकी जमीन मरने उपरांत कूटरचित ढंग से लेखपाल और राजस्व निरीक्षक की मिली भगत से अपने नाम कर ली बीना जिलाधिकारी के noc के जमीन गोमती नाम के व्यक्ति के नाम हो गई जबकी खतौनी में साफ साफ लिखा है की इस जमीन के केयर टेकर जिलाधिकारी गोण्डा है और गोमती ने गोंडा के बड़े व्यवसायी अतुल अग्रवाल भावना अग्रवाल सहित भू माफिया अंकुर अग्रवाल जिसके ऊपर सरकारी जमीन बेचने का आरोप था उनके नाम जमीन बिक गयी एक समाजसेवी संतोष पांडे के कंप्लेंट के बाद आज का उजाला ने जब इस खबर को प्रमुखता से दिखाने का काम किया तो जिलाधिकारी तत्काल संज्ञान लेते हुए cro सहित तीन सदस्य टीम गठित कर दी CRO ने अपने जांच रिपोर्ट में साफ-साफ लिखा है की प्रथम दृष्टि लेखपाल और राजस्व निरीक्षक की मिली भगत से यह कृत हुआ है जिसके लिए यह दोषी पाए जाते हैं । लेकिन मामले को खद्दर धारी के यहां बैठकर मामले को दबा दिया गया और फाइल को ठंडे बस्ते में बंद कर दिया गया लेकिन अब एक बार फिर देवीपाटन मंडल के कमिश्नर ने इस मामले पर जिलाधिकारी से पूरी फाइल की जांच रिपोर्ट मांगी है और क्या कार्रवाई हुई इस प्रकरण में इस बात की भी जानकारी मांगी है । अब सभी की निगाहें जिला अधिकारी प्रियंका निरंजन की जांच रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। हालांकि सूत्रों की माने तो जमीन के खरीदारों ने एक गलती और भी कर डाली है बैक डेट में फर्जी जिला अधिकारी की NOC भी जारी हो चुकी है और कागजात दुरुस्त कर लिया गया है लेकिन शिकायतकर्ता ने सभी की नकल पहले ही ले रखी है। अगर ऐसा कुछ प्रकरण सामने आया तो निश्चित रूप से कुछ और भी क्लर्क भी इसमें फस सकते हैं ।