गोंडा के खैरा भवानी मंदिर के पोखरे में छठ पूजा की तैयारियां जोरों पर हैं, लेकिन तालाब की गंदगी के कारण महिलाओं को घाट बनाने में काफी मुश्किलें आ रही हैं। हाल ही में मूर्तियों के विसर्जन के बाद तालाब में गंदगी फैल गई है, और जगह-जगह मूर्तियों के अवशेष बिखरे पड़े हैं।
महिलाओं का आरोप जिला प्रशासन नहीं दे रहा ध्यान
महिलाओं का आरोप है कि गोंडा नगर पालिका परिषद और जिला प्रशासन ने तालाब की सफाई नहीं करवाई है, जबकि हर साल यहां हजारों महिलाएं छठ पूजा करती हैं। पूजा शर्मा, दिव्या सिंह, उर्मिला पांडेय, और कृष्ण कुमार पांडेय ने बताया कि पोखरे में गंदगी और मूर्तियों के अवशेष के कारण घाट बनाना बेहद मुश्किल हो गया है। उन्होंने प्रशासन से अपील की है कि छठ पूजा से पहले तालाब की सफाई कराई जाए ताकि श्रद्धालु बिना किसी परेशानी के अपनी पूजा कर सकें।
विशेष रूप से छठ पूजा का होता है पूजन
छठ पूजा के दौरान हर साल सुरक्षा के लिए पुलिसकर्मियों की तैनाती और प्रकाश व्यवस्था के लिए लाइट भी लगाई जाती है। यह त्योहार विशेष रूप से बिहार में धूमधाम से मनाया जाता है, लेकिन गोंडा के इस पोखरे पर भी इसे बड़े उत्साह के साथ मनाने की परंपरा है। महिलाएं चाहती हैं कि पूजा से पहले प्रशासन इस स्थान की सफाई कराए ताकि उनका पर्व पूरी श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया जा सके।
आज ही हो जाएगी घाट की सफाई
स्थानीय प्रशासन ने बताया है कि छठ पूजा से पहले आज ही तालाब की सफाई करवाई जाएगी, जिससे महिलाएं आराम से पूजा की तैयारियां कर सकें। इस कार्रवाई से उनकी चिंताओं को दूर करने और पूजा को सफल बनाने में मदद मिलेगी।